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Author Archives: RJ Shah

Poem RJ

मैं आपके जैसा हूँ – I am like you

घर का नौकर बहुत काम करते हैं

वे सुबह में आते हैं और पूरे दिन काम करते हैं

लेकिन लोग उसके सम्मान नहीं देते हैं

जब लोग खाना खाते हैं नौकरों उसके साथ नहीं बैठते हैं

 

वे लोग अगले स्थान और अकेले खाते हैं

यह चीज़ कासते सिस्टम का एक उदहारण है

1950 में भारत का सर्कार किया की कासते सिस्टम का भेदभाव अवैध है

 

लेकिन भेदभाव होते है

यह चीज़ गुप्त नहीं है

भारत में सब लोग जानते है कि नौकरों दलित होते है और उसे मौक़ा नहीं मिलते है 

इसलिए भारत में बहुत मुश्किल है कि घर का नौकरों को कैसे सशक्त बनाते

और जो स्कूल जाते है वह विश्वविद्यालय नहीं जाते हैं

 

मेरे विचार से भारत कि सर्कार उस लोग के लिए नया प्रोग्राम करना पड़ेगा 

शिक्षा से सब लोग को मौका मिलेगा