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Category Archives: Hindi Poems

Intermediate Hindi 203 poems

सात्विका 

हम ऐसे क्यों बन गए

फ़ोन आने के बाद

सभी उदास हैं 

दुनिया में पेड़ कम,

पानी गन्दा 

लेकिन फिर भी 

धूप चमक रही है 

अभी भी

दुनिया में सब लोग 

दोस्त बन सकते हैं

एक दूसरे का साथ है

सब लोग अच्छे हैं ,

हम दुनिया बदल सकते हैं,

क्योंकि

सब लोग अच्छे है।

धूप अब भी चमक रही है

 

 

 

Sachi

पक्षी और बारिश 

बारिश में 

पक्षी के लिए उड़ना कठिन होता है

उनके पंख गीले होते हैं

वे नहीं देख सकते कि वे कहाँ उड़ रहे हैं

और हवा तेज़ चलती है

लेकिन बारिश के बाद 

जंगल हरा होता है 

सूरज आकाश में है

और बहुत फूल होते हैं

मीठे अमृत के साथ फूल

लम्बे पेड़ बहुत फल के साथ 

पक्षी बारिश के आभारी हैं

क्योंकि बारिश के बिना जंगल रेगिस्तान है

प्रकाश की कीमत जानने के लिए पक्षी को 

 बारिश की जरूरत है

 

 

 

हविष मल्लादी 

 

 

दुनिया 

मर रही है 

प्रदूषण हवा में है। 

पेड़ 

मर रहे हैं 

आदमी उन्हें धीरे-धीरे काट रहे हैं। 

जानवर

मर रहे हैं

लालची लोग शिकार कर रहे हैं। 

कंपनियाँ 

बढ़ रही हैं

अमीर और अमीर हो रहे हैं

डर

हवा में है

हम बदलने से डरते हैं

हम 

मर रहे हैं 

हमें वापस जाना होगा

 

 

 

कार्तिक 

हर दिन

हर मिनट

जब शेर चिड़िया मारता है

हम हँसते हैं

हम शेर का धन्यवाद करते हैं

हम चिड़िया का अपमान करते हैं

 

कंपनियां भी ऐसे ही  लोगों की हैं।

कृपया समाधान खोजें

जमींदार को जीना है

एक मिलियन डॉलर काफ़ी नहीं हैं।

दान करें

क्योंकि समाज मर रहा है

यह समस्या है

 

 

Vishal 

 

बकवास

 

समाज

क्या वह अच्छा है ?

 या क्या वह बहुत ख़राब है?

आप अमीर हैं या आप गरीब हैं?

अगर आप अमीर हैं तो समाज अच्छा है। 

अगर आप गरीब है तो समाज बहुत ख़राब है। 

समाज गरीब लोगों पर आश्रित है, अमीर लोगों पर नहीं। 

लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता है।

और क्या सब लोग बेवकूफ़ हैं?

हम एक समाज में रहते हैं। 

लेकिन हम क्या करें?

पागल समाज 

समाज

 

 

सायूरी  

एक पेड़ यहाँ था 

बहुत लोग और चिड़ियाँ भी 

मैंने पानी दिया 

और मैं बड़ी हुई 

लोगों ने पेड़ मार दिया

और हम कुछ नहीं कर सके  

पानी गंदा हुआ  

मछलियाँ मरीं 

हरे पौधे काले हुए  

लाल, नारंगी, भूरे 

हवा ठंडी हुई  

और हम कुछ नहीं कर सके  

दुनिया हमेशा बदली 

बस अपने चारों तरफ़ देखो  

पत्ते बदल सकते हैं

मछलियाँ मर सकती हैं 

तो हम क्यों नहीं?  

हमें सोचना है 

हमें क्या चाहिए?    

 

 

 

श्लोका 

दुनिया में बहुत सारी चीजें हैं

फूल और पेड़, पहाड़ और नदियाँ

चिड़ियाँ चहचहाती हैं,

पत्तियाँ हवा में उड़ती हैं,

और समय रुक जाता है।

 

एक दिन, एक आदमी आता है

नदी के पास, चलते चलते, 

चिड़ियाँ की चहचहाहट सुनते हुए 

सोचता है कि यह जगह बहुत सुंदर है।

अगले दिन आदमी अपने दोस्तों को लाता है,

दोस्त भी सोचते हैं कि दुनिया बहुत सुंदर है,

फ़ैसला करते हैं कि वे वहाँ रहेंगे।

अब फूल और पेड़ मर जाते हैं,

नदियाँ सूख जाती हैं, 

चिड़ियाँ चुप हो जाती हैं,  

अब दुनिया में कोई नहीं रह सकता।  

 

 

 

 

विदिता 

वह मेरी बेटी, वह सिर्फ मेरी बेटी है 

वह मुझे प्यार करती है 

मेरी सबसे प्यारी बेटी 

मेरी छोटी, सुन्दर, हँसमुख बेटी 

वह बड़ी हो रही है 

अब वह शादीशुदा है 

अब वह उसकी पत्नी है

सिर्फ उसकी पत्नी 

वह उसकी माँ है 

उसकी प्यारी माँ 

मेरी बेटी 

उसकी पत्नी 

उसकी माँ 

अगर वह बेटी नहीं है 

अगर वह पत्नी नहीं है 

अगर वह माँ नहीं है 

कौन है वह?

अगर वह अपने पति, अपने पापा

और अपने बच्चे की सेवा न करे 

कौन है वह?

 

 

 

 

तारा सिंह  – मगरमच्छ

कुछ लोगों ने कहा कि मगरमच्छ मतलबी और बदसूरत है।

लेकिन मगरमच्छ दोस्त चाहते हैं।

यह मगरमच्छ उदास है

क्योंकि लोगों को लगता है कि वह बदसूरत है।

लेकिन मगरमच्छ को प्यार चाहिए। 

तो मगरमच्छ तैरना शुरू कर देता है।

मछलियाँ। शेर। चिड़ियाँ। 

मगरमच्छ से कहा कि “मेरे साथ आओ!”

वे दया करते हैं। 

जब वे बात करते हैं, तो उन्हें एहसास होता है

कि मगरमच्छ अच्छा है।

अब सब मगरमच्छ के यार हैं। 

जो उनकी खूबसूरती देखते हैं।

अब मगरमच्छ के पास प्यार है ।

 

 

 

 

 

प्रीशा  

जब मैं सोती 

मैं उदास होती। 

मेरे सपने में, जब 

मैं तुमको मिलती 

मुझे याद आती है कि 

मेरे वर्तमान दुनिया में 

तुम अब नहीं हो ।

तुम कहाँ हो?

घास और फूल में नहीं 

और नदी और पत्थर में नहीं,

तो जब मैं ऊपर देखती हूँ 

कोई मुझे कहता है कि, 

“सोने जाओ,

सोने जाओ,

सोने जाओ”। 

 

 

 

 

ईशा 

हमारी दुनिया 

बहुत बड़ी है 

जब हम छोटे हैं 

सबको हैं जानते 

लेकिन कॉलेज में आकर 

किसी को नहीं पहचानते 

तितली की तरह 

हम टोली से टोली 

उछलते रहते हैं 

बिना किसी को जाने 

एक बड़े आकाश में 

हम छोटे सितारे 

हमारी दुनिया 

बहुत बड़ी है 

 

 

 

 

ऋषि

रात को मैं सोता 

लेकिन दुनिया कभी नहीं सोती

धरती माता हमेशा सचेत रहती  

जब मैं सोता तो अपना तनाव भूल जाता 

लेकिन धरती माता कभी नहीं भूलती 

उसके पास यह शक्ति है जो मेरे पास नहीं है 

हर रोज़ दुनिया गर्म हो रही है 

लेकिन धरती माता मज़बूत हो रही है 

हर रोज़ दुनिया में जानवर अपने घर छोड़ते हैं 

लेकिन धरती माता और प्रकृति मज़बूत हो रहे हैं 

धरती माता, आप सुंदर हैं 

धरती माता, आप मज़बूत हैं 

मैं हमेशा आपको सम्मान करूँगा 

 

 

 

 

 

कार्ली

जब मैं छोटी बच्ची थी 

मैं बाहर खेलती थी 

अपने भाई के साथ 

मैं फुटबॉल खेलती थी 

और मैं कमीज नहीं पहनती थी 

क्योंकि मैं उसके जैसा बनना चाहती थी 

लेकिन एक दिन मेरे पिता ने कहा 

मुझे पर्दा डालना होगा

क्योंकि मैं लड़की हूँ 

और मुझे लड़कों का खेल नहीं खेलना चाहिए

क्योंकि मैं लड़की हूँ 

और मुझे अकेले नहीं चलना चाहिए

क्योंकि मैं लड़की हूँ 

और मुझे हमेशा डरना चाहिए

क्योंकि मैं लड़की हूँ 

और मैं कभी नहीं इंसान होंगी 

क्योंकि मैं पहले लड़की हूँ 

 

Hindi poems

माध्यमिक हिंदी के विद्यार्थी 

डयूक विश्वविद्यालय 

नॉर्थ कैरोलाइना 

 

Spandan Goel (स्पन्दन गोयल)

भारत मेरी नज़र में बड़ा परिवार है

घर में रोटी सब्ज़ी बनाना

नाना नानी के साथ मॉल जाना

और नए लहंगे की खरीदारी करना

भाई बहनों के साथ बॉलीवुड की फ़िल्में देखना

और बाहर से पानी पूरी और आलू टिक्की लाना

दिवाली पर पटाखे जलाना

फैंसी कपड़े और गहने पहनना

परिवार के साथ मिठाइयाँ बनाना 

और पड़ोसियों के साथ मिल बांट कर खाना

भगवान की मूर्तियों की पूजा करना

और घर को दीयों से सजाना

भारत मेरी नज़र में

सुंदरता का प्रमाण है

और दोस्तों और परिवार के साथ 

ख़ुशी है

Amal Gupta (अमल गुप्ता)

क्या कारण है, भारत वापस जाने के लिए?

जब हवाई-जहाज़ दिल्ली के ऊपर उड़ता

और में शहर की सुनहरी रोशनी देख सकती?

या जब में फ़्लैट की खिड़की के बाहर सब पड़ोसियों के कपड़े,

लाल या पीला या नीला, हवा मैं उड़ते हुए देख सकती?

या जब मेरे मामा का अलग-अलग तरह की पौधों के ख़ुशबू,

सुखद और मीठी, में सूंघ सकती?

जितना मुझे इस सब से प्यार है, में वापस जाती हूँ चाय के लिए,

चाय जो मेरी दादी बनाती हैं, चाय जो वह अख़बार के साथ पीली ट्रे पर लाती हैं,

और पूरा परिवार एक बिस्तर पर एक साथ बैठता हैं,

वह पीली ट्रे के आसपास,

चाय पीने के लिए।

लेकिन में अभी दूसरा कारण ढूँढना पड़ेगा,

शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, गाड़ी में, दिल्ली के रास्ते चलते-चलते,

शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, खिड़की के बाहर, चिड़ियों के गीत सुनते-सुनते,

शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, पूरा दिल्ली में, पूरे भारत में,

लेकिन मुझे दादी की चाय, पीली ट्रे पर,

फिर से कभी नहीं मिल सकती 

 

 

 

 

 

 

Anisha Reddy (अनीशा रेड्डी)

मेरे शहर के बारे में एक शब्द सोचती हूँ: रंग ।

यहाँ, वहाँ, हर जगह रंग हैं । 

सब्जीवाले की दुकान में हरा, 

सहेलियों की साड़ियों में लाल और नीला,  

लोगों की खिड़कियों में पीला। 

रात में और भी रंग देखने चाहते है।

इमारत से रोशनी और बाज़ार में चीजें चमकती हैं।

लेकिन रंग सिर्फ़ देखने के लिए नहीं हैं। 

सुनने के लिए भी रंग होता है। 

मंदिर से भजन , मस्जिद से अज़ान ।  

रिक्शे की घंटियाँ, चिड़ियों के कलरव। 

शहर का रंग सुनने में संगीत जैसा होता है।

और ख़ुशबू में भी रंग होता है।

पुराने शहर में बिरयानी, फूलवाली गली में चमेली। 

अगर हवा चलती तो खूशबू आती । 

एक अनोखा समाँ बनाती। 

हैदराबाद का रंग सबसे अलग है।

Sahil Malhotra (साहिल मल्होत्रा)

छोटी सी ख़ुशी

 

भारत एक दीवाना देश है – भिन्न खाना, लोग, और भाषाओं की खिचड़ी का। 

शायद मैं पंजाब जाऊँ और पनीर मखनी खाऊँ 

या केरला देखूँ और दोसा-सांभर इडली खाऊँ। 

मेरे दादा-दादी ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली में हैं 

जब मैं दिल्ली जाऊँ अपने दादा-दादी से पूँछूँ 

कहाँ जाऊँ? क्या करूँ? क्या खाऊँ?

उनके तजुर्बे से कुछ नया सीखूँ। 

जब मैं छोटा था और मैं उनसे कहता था 

“चलो पार्क चलें, थोड़ा घूमें।” 

तब हम रोज़ पार्क जाते थे 

अब मेरी उम्र थोड़ी बड़ी है, और मेरे दादा-दादी की भी। 

मैं उनके साथ ट्रेन से अमृतसर या केरला या पुरानी दिल्ली जाता हूँ 

लेकिन धीरे धीरे यह नहीं हो पाएगा। 

क्योंकि 

दादी के दिल में पेसमेकर है 

दादा अस्सी साल के हो गए। 

अभी मेरी आशा है कि 

अगर हम सब साथ में पार्क जा पाएँ। 

हमारी छोटी सी ख़ुशी। 

Ayush Gaur (आयुष गौर)

भारत की कहानी 

 

इतने सारे रंग और रौनक़।  

लेकिन साथ नहीं-  

गरीब हैं, अमीर हैं।

बीच में एक बड़ी दीवार है।  

इसे भरने के लिए  

सबको एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।  

दूसरों को पैसा देना चाहिए।  

दूसरों को ख़ुशियाँ देनी चाहिए। 

सभी के साथ दिवाली मनानी चाहिए। 

सभी के साथ क्रिसमस और ईद मनानी चाहिए। 

एक दूसरे को मिठाई और तोहफ़े देने चाहिए। 

तुम चाहे उनका नाम ना जानते हो। 

तुम चाहे उनका काम ना जानते हो।  

सड़कों पर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाओ । 

यह हमें मिलकर करना होगा। 

सबको मौक़ा दो। 

पुराने को बदलो। 

शायद गुलाब जामुन मदद करे।

यह सबको पसंद है। 

सबका एक साथ हाथ पकड़ें।

जो कभी ना छूटे फ़ेविकोल का जोड़। 

और मुस्कान के साथ आगे बढ़ें।

Pranay Jain (भारत बहुत मजेदार है)

भा – भारत  सबसे अच्छा देश है.

र – रात में भारत ज़िंदा दिल है 

त – ताज महल वहां भारत में है 

ब – बहुत लोग महनती होते है 

ह – हर दिन सुंदर है 

उ – उदास, मैं कभी नहीं हूँ जब मैं भारत में हूँ 

त – ताज़ा खाना हर जगह है 

म – मुंबई, भारत का जुवल है 

जे – जेवर सबसे अच्छा है भारत में 

दा – दाल चावल बहुत स्वाद है भारत में 

र – रौनक़  हर दिन और हर जगह है 

औ – औरत और पुरुषं भारत से प्यार करते है 

र – रोज़ एक महान सूरज आता है 

सु – सुंदर समुद्र तट गोवा में है 

द – देखने के लिए , बहुत फिल्में है 

र – रंगों से खेलते है होली में 

है

Nitisha Gautam

भारत परिवार है

उत्तर भारत मेरे लिए घर जैसा है |

मैं भारत में नोएडा और आगरा की निवासी हूं |

मेरे लिए, भारत मुझे मेरी नानी, नाना, दादी और बाबा जी की याद दिलाता है |

मुझे उनका ताजा खाना खाने की याद दिलाता है |

मुझे उस बंदर की याद दिलाता है जो मेरी नानी के घर के बाहर रहता है |

मुझे रिक्शा में ताजमहल पहुंचने की याद दिलाता है |

मुझे लोगों की भीड़ के माध्यम से धकेलने की याद दिलाता है |

मुझे मेरी नानी के पिछवाड़े में फूल लगाने की याद दिलाता है |

मुझे टैक्सी कैब में डरने की याद दिलाता है |

Divya Nataraj (दिव्या नटराज)

मेरी नज़र में भारत परिवार है।

परिवार से मिलना,

साथ में खाना खाना,

और एक ही कमरे में सोना।

मेरी नज़र में भारत संस्कृति है।

मंदिर में पूजा करना,

अलग अलग त्योहार मनाना,

और बहनों के साथ साड़ी पहनना।

मेरी नज़र में भारत कला है।

अलग-अलग भाषाओं की फ़िल्में,

कर्नाटिक, हिंदुस्तानी, और रबिंदर संगीत,

भरतनात्यम, कथक, और ओडिसी नृत्य ।

मेरी नज़र में भारत लोग हैं।

घर के बाहर दुकानदार, धोबी,

ऑटोवाला, फलवालाऔर बस ड्राइवर,

रास्ते में सब्जीवाला, रंगबिरंगे फूलवाला, 

और सड़क किनारे गर्मागर्म चाय बेचता MBA चायवाला।

मेरी नज़र में भारत अलग-अलग वास्तुकलाएँ हैं।

दुकानों के ऊपर छोटे मकानों की कई परतें 

नयी ऊँची शीशमहल सी इमारतें दफ़्तर के लिए,

राजा-रानी के पुराने महल।

मेरी नज़र में भारत सब है।

Sabina Taneja (सबीना तनेजा)मेरी नज़र में 

भारत ज़िंदा दिल है 

विभिन्न रंगों, खानों, और गीतों का संगम 

पर मुझे पसंद 

नृत्य  है 

नृत्य एक कला है 

एक अभिव्यक्ति है 

जब मैं नृत्य करती हूँ 

मैं दिखाती  हूँ 

कि मैं कौन हूँ 

नृत्य की भंगिमाओं 

के जरिए। 

 

नृत्य मुझे एक 

मौक़ा देता 

आज़ाद होने का 

अपने आप से मिलने का। 

Sanjana Jha (संजना झा)

भोजन दुनिया को एक साथ लाता है। 

गरम मसाला आत्मा को प्रसन्न करता है। 

भोजन दुनिया को एक साथ लाता है। 

मसाले दुनिया के रसोई में स्वाद देता है।  

टमाटर ने भारत को रंग दिया।

भारत खुश है। 

हमारा खाना सबसे अच्छा है। 

भारत का स्वाद मीठा होता है। 

भोजन की गंध हवा में है। 

बाहर स्वादिष्ट है। 

बाहर खुश है। बाहर जीवन है। 

भारत रंगीन है। भारत सुंदर है। 

भारत में सबसे अच्छा खाना है।

Nirvan Silswal (निर्वाण सिलस्वाल)

रंग कुछ चीजों का प्रतीक है ।

जैसे शक्ति का प्रतीक सोना ।

वैभवता का प्रतीक बैंगनी 

बल का प्रतीक काला ।

शुद्धता के साथ सफ़ेद ।

नियंत्रण के लिए नीला ।

युद्ध के लिए लाल ।

और ग़रीबी के लिए धूमिल सा स्लेटी ।

ये रंग लोगों के भावों के बारे में बताता है। 

लेकिन भारत में हर जगह हर रंग हैं। 

शादियाँ शानदार रंगों से भरी होती हैं ।

चमकीले संतरी और सोने जैसे पीले 

गेंदे के फूल शादी की जान हैं।

होली में सारे रंग मिल जाते हैं ।

और बनाते हैं एक इंद्रधनुष। 

और दुनिया भारत के रंग देखती है 

और उसे भारत से प्यार हो जाता है। 

Rohit Jain (रोहित जैन)

नीली लाल गुलाबी चिंगारी  

मनमोहक आसमान सपनों सा 

हो जाता ऊपर मेला सा 

नीचे धुआँ धुआँ और ख़ासी ख़ासी 

बच्चे दौड़ते उधर उधर 

कानों में बस पटाखे सुनते 

रॉकेट, अनार मिनटों में जलते 

आकाश में उड़ते और सितारों से बनते 

लेकिन वापिस ज़मीन पर आते 

और कूड़ा और प्रदूषण करते 

बच्चों को कुछ मज़ा आता 

लेकिन प्रदूषण और बढ़ जाता 

नाना-नानी के घर जाओ 

और मिठाइयाँ खूब खाओ। 

यही यह असली दिवाली। 

 

Anushka Goel (अनुष्का गोयल)

हर इंसान दूसरे से अलग 

हर शख्स में छुपी कोई दिलचस्प कहानी 

जितने रंगीन लोग, उतनी रंगीन संस्कृति 

ज़िन्दगी के हर एक हिस्से में जहां मिले ज़िन्दगी, वह है भारत 

मसालों के रंगों में, गानों के सुरों में,

गाँव के खेतों में और शहर की भीड़ में

भारत सिर्फ एक जगह नहीं है, 

एक धड़कन है जो उसकी हर नदी, हर गली, 

हर बच्चे और हर बच्ची में 

धड़कता है। 

Haiku by Duke students

 

Duke students’ Haiku was published in the Hindi magazine “Ananya” on July 22 by the Consulate General of India, New York, USA. 

 

https://www.indiainnewyork.gov.in/extra?id=bmlwZTF5blpxSFYxSzR2QndrRXZSZz09

 

 

https://heyzine.com/flip-book/f9d933893d.html#page/19

हाइकु

https://heyzine.com/flip-book/f9d933893d.html#page/19

 

 

पेड़ भव्य हैं

तालाब में दिखता

इंद्रधनुष

 

The tree is grand

You can see them in the pond

Rainbow

 

संजीत बेरीवाल Sanjit Beriwal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

—————————

 

पर्वत पास  

गगन दूर नहीं

ऊपर क्या है ?

 

 

The mountain is near

The sky is not far

What is above?

 

 

संजीत बेरीवाल Sanjit Beriwal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

——————————–

 

चिड़िया खुश

दाना पाया सुंदर

सब शांत है

 

The bird is happy

It found a beautiful seed

Everything is in peace

 

संजीत बेरीवाल Sanjit Beriwal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

—————————————

लाल पत्तियाँ 

अनगिनत  पेड़  

सभी सुंदर 

 

 

Red Leaves

Lots of trees

All Pretty

 

 

प्रणय जैन Pranay Jain 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

————————–

लड़की खड़ी 

गहरा नीला पानी 

पुल  के नीचे  

 

One girl 

Lots of blue water

Under the Bridge

 

 

प्रणय जैन Pranay Jain 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

—————————-

  

सुंदर पेड़ 

चिड़ियाँ चहकती  

प्रकृति शांत 


Pretty trees

Birds Chirping

Peaceful nature

 

 

प्रणय जैन Pranay Jain 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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लाल ओढ़नी

सड़क पर बिछा 

पतझड़ है 

 

red scarf

laying on the path

it’s fall

 

 

 

निश सिंगाराजु Nish Singaraju 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

———————

बादलों पर 

पहाड़ के परों पे  

बर्फ की चोटी 

 

on clouds

on the wings of mountain 

snow peak

 

 

निश सिंगाराजु Nish Singaraju 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

—————————–

वृक्ष सुरंग 

चमकती रोशनी 

वन की रेल 

 

tree tunnel

shining light

railroad of the forest

 

 

निश सिंगाराजु Nish Singaraju 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

——————————

___________________________________

​​अनेक रंग

पेड़ और पानी में  

लाल, संतरी 

 

Lots of colors

In the tree and water

Red, orange

 

 

दिव्या नटराज Divya Nataraj

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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नयी जगह 

नए लोगों से मिला 

नया तजुर्बा

 

New place

Meet new people

New experience

 

 

दिव्या नटराज Divya Nataraj

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 ——————————

 

छोटी चिड़िया

दोस्त संग खेलती 

पेड़ों में गाती

 

Small bird

Playing with your friend

Singing in the trees

 

दिव्या नटराज Divya Nataraj

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

___________________________________

 

सुंदर तन 

तब भी दुख  बाक़ी 

सोचती वह 

 

Beautiful Body

Yet there is still pain

Think 

 

संजना झा Sanjana Jha 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

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दिल में आशा 

जीवन हरा पेड़ 

अब शांति है. 

 

Hope in the heart

Life green tree

Now there is peace

 

 

संजना झा Sanjana Jha 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

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आवाज़ करो  

नाचो, गाओ, खाओ कि  

आत्मा मुक्त है 

 

Make Sound

Dance, Sing, Eat

You are a free Spirit 

 

संजना झा Sanjana Jha 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

————————–

 

 

उज्ज्वल पुल 

पानी पार करना 

हमसे मिलो 

 

Bright bridge

Crossing the water

Joining us

 

अनीशा रेड्डी Anisha Reddy 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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नारंगी पत्ते 

हवा पतझड़ में

रास्ते खोलते  

 

Orange leaves

Wind the fall

Opens the way

 

अनीशा रेड्डी Anisha Reddy 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

———————

 

दो छोटे पक्षी 

पेड़ पर खेलते

प्रकृति खुश 

 

Two little birds

Play on the tree

Happy nature

 

अनीशा रेड्डी Anisha Reddy 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

———————-

 

चुप चुप के 

एक छोटी चिड़िया 

गाने गाती है। 

secretly

a little bird

sings songs.

 

अमल गुप्ता Amal Gupta 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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सुंदर पत्ते 

पेड़ों के कानों में करें 

मीठी बातियाँ 

 

beautiful leaves

in the ears of the trees

Says sweet things

 

अमल गुप्ता Amal Gupta 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

—————————

 

खिड़कियों  से 

सूरज की किरणें

मुझे उठातीं 

 

from the windows

sun rays

wakes me up

 

 

अमल गुप्ता Amal Gupta 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

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नारंगी  पेड़ 

पानी एक दर्पण

ज्वलंत झील

 

orange tree

water is mirror 

flaming lake

 

 

हविष मल्लादी Havish Malladi 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष  

————————–

 

ऊँचा पर्वत 

आसमान को छूता 

 शानदार है। 

 

tall mountain

touching the sky

how fabulous

 

हविष मल्लादी Havish Malladi 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष  

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छोटी चिड़िया 

हसीन गाने गाती 

शांति  मिलती 

 

tiny bird 

sings grand songs

gives peace

 

हविष मल्लादी Havish Malladi 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष  

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पेड़ों की सेना

आम का मौसम है 

रास्ते भर में 

 

Army of trees

Mango season

All the way

 

 

कार्तिक चमारती Kartik Chamarti 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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भूखी चिड़िया 

बच्चे बैठे पेड़ों पर 

रोती चिड़िया

 

Hungry bird

Kids sitting on the tree

Crying bird

 

 

कार्तिक चमारती Kartik Chamarti

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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सूरज सोता

अकेला जानवर

ठंड में बैठा 

sun sleeps

Lonely animal

Sitting in cold

 

कार्तिक चमारती Kartik Chamarti

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

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सुनहरी रेत में

मेरे दिल की कुंजी है

आप नहीं ढूंढ सकते

In the golden sand

Lies the key to my heart

You cannot find it

 

 

 

अराबेला इगासेन वेलेनजुएला Arabela Iggesen Valenzuela 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

पवित्र हवा

शांत नदी में

नारियल

Holy air

In the calm river 

Coconut

 

अराबेला इगासेन वेलेनजुएला Arabela Iggesen Valenzuela

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

असीम रेत

सूखा रेगिस्तान 

दिल में छाया 

 

Endless sand

dry desert

Filling out my heart

 

अराबेला इगासेन वेलेनजुएला Arabela Iggesen Valenzuela

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

बड़े पेड़ों में

सुंदर लाल रंग 

अनंत हवा

in the big trees 

beautiful red color

infinite air

 

 

आयुष गौर Ayush Gaur 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

अनंत हरे 

पेड़ों की छाया पड़े  

 हसीन पानी 

 

infinite green

shadows of waterfall on

beautiful water

 

 

आयुष गौर Ayush Gaur 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

सुंदर गाना

चिड़िया चहकती 

ऊंची उड़ान 

pretty song

birds chirping

flying high

 

आयुष गौर Ayush Gaur 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

———————————————–

मासूम आंखें innocent eyes 

अंतहीन चलता endlessly walking 

सुंदर प्राणी graceful creature 

 

 

अली जलाल Ali Jalal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

ऊंची उड़ान flying high 

चिड़ियाँ चहकती birds chirping  

सुंदर प्राणी beautiful creature 

 

 

 

अली जलाल Ali Jalal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

———-

 

 

सुंदर रंग beautiful color 

बारिश की पत्तियाँ raining leaves 

नाचती धरा dancing stream

 

 

अली जलाल Ali Jalal 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

————————————-

 

 

अचल पानी (Steady water) 

बहुत सुंदर पेड़ (Very beautiful tree) 

शांत दिन है (Peaceful day) 

 

वैभव शर्मा Vaibhav Sharma 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

खाली जगह (Empty place) 

मौन और सुंदर (Silent and beautiful) 

साफ आकाश (Clear sky) 

 

 

 

वैभव शर्मा Vaibhav Sharma

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

ऊपर पंछी (Birds up above) 

स्पष्ट और जोर से (clear and loud) 

हवा में ध्वनि (sounds in air) 

 

 

वैभव शर्मा Vaibhav Sharma

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष 

 

 

_____________________

खड़ी यहाँ है 

एक प्यारी लड़की 

वह शांति में  

 

 

Standing here  

A lovely girl 

She is at peace 

 

 

सबीना तनेजा Sabina Taneja 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

 

 

ऊंचे पहाड़ 

क्रिस्टल नीला पानी 

बड़े बादल 

 

 

‘High mountains 

Crystal blue water  

Big clouds 

 

 

सबीना तनेजा Sabina Taneja 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

 

 

शांत हवाएँ 

छोटी चिड़िया गाती 

उड़ती ऊँची 

 

 

Calm winds  

Little bird singing  

Soaring high 

सबीना तनेजा Sabina Taneja 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी प्रथम वर्ष

 

 

————————–

 

 

सुंदर विश्व 

झील से नभ तक 

दर्पण मेरा 

 

Beautiful world

From the lake to the sky 

My mirror

 

तेजस श्रीनिवासन Tejas Srinivasan

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

————-

 

विभिन्न पक्षी

सिखाते दुनिया को

खाना बांटना

 

Different birds

Teach the world 

To share food

 

तेजस श्रीनिवासन Tejas Srinivasan

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

————

 

सादा जीवन

सिफ़र तकनीक

केवल खुशी

 

Simple living

Zero technology 

Only happiness

 

तेजस श्रीनिवासन Tejas Srinivasan

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष


 

 

हिमपात है

एक बड़ा कंबल

प्रकृति के लिए

 

 

Snow is

A big blanket

For nature

 

 

तेजस श्रीनिवासन Tejas Srinivasan

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

————–

 

 

बीच में साफ

बाकी सब धुंधला 

सफ़ेद फूल 

 

Clear in middle

Everything else blurry

White flowers

 

तेजस श्रीनिवासन Tejas Srinivasan

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

——————————–

 

चप्पल से भी

मुस्कान आ सकती

बच्चों से पूछो

 

From slippers

Smiles arise

Ask children

नवीन सिवा  Naveen Siva

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

———————-

 

पेड़ नाचते

चिड़िया चहकती

क्यों नष्ट करें 

 

Birds Chirping

Trees Swaying

Why destroy?

 

नवीन सिवा  Naveen Siva

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

———————–

 

प्रखर सींग

मनोहर दिखता

हिरण पर

 

Sharp antlers

Look beautiful

On a deer

 

नवीन सिवा  Naveen Siva

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

———————–

 

सफ़ेद फूल

मनोहर  बहुत 

क्या कारण है?

 

White flower

You are so beautiful

What is the reason?

 

नवीन सिवा  Naveen Siva

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

—————————————

कान में  मेरे

चिड़िया की आवाज़ 

शायद प्रेम 

 

In my ears

Sounds of birds

Maybe love 

 

ऋतिक कैस्टेलिनो Rithik Castelino 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

—————-

 

लगती आग 

जलता वनस्पति 

शरद ऋतु 

 

It seems like fire

Burns the greenery

Autumn season

 

ऋतिक कैस्टेलिनो Rithik Castelino 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष


 

एक चप्पल 

बच्चे मगर खुश 

साथ साथ हैं  

 

One slipper 

But the kids are happy

Together

ऋतिक कैस्टेलिनो Rithik Castelino 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

 खड़ा  हुआ  है 

हाशिए के  बाहर 

सफेद पूल 

 

It stands proud

Out of the border 

A white flower

 

ऋतिक कैस्टेलिनो Rithik Castelino 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

हिरणी रुकी

छोटे बच्चे के लिए 

मरी बेचारी

 

deer stopped

for small child

dead

ऋतिक कैस्टेलिनो Rithik Castelino 

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

———————-

 

 

सुंदर पक्षी

आकाश में उड़ता

पेड़ में बैठा

 

 

A beautiful bird

Flies in the sky

Sits on the tree

 

 

मनीषा भट्टराय  Manisha Bhattarai

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

 

सुहानी यात्रा

 जमीन पर पत्ते 

ठंडा मौसम

 

 

A golden journey

Leaves cover the ground

Chilly weather

 

 

 

मनीषा भट्टराय  Manisha Bhattarai

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

 

ठंड बारिश

पेड़ सफेद बने

कुल्फी का स्वाद

 

 

Cold weather

Trees turn white

Taste of kulfi

 

मनीषा भट्टराय  Manisha Bhattarai

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

 

प्रलोभी इत्र

मख़मली पंखुड़ी 

मत उठाओ

 

 

Enticing perfume

velvet petals

don’t pick up

 

मनीषा भट्टराय  Manisha Bhattarai

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

सख़्त चप्पल 

हंसमुख चेहरे

खुश बचपन

 

 

 

Hard sandals

Cheery faces

A happy childhood

 

 

 

मनीषा भट्टराय  Manisha Bhattarai

डयूक विश्वविद्यालय 

हिंदी द्वितीय वर्ष

 

 

 


थकी अँखियाँ

ऑनलाइन क्लास

कैसे समझूँ?

 

कुसुम नैपसिक Kusum Knapczyk
डयूक विश्वविद्यालय 

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बड़ा सपना

अपरिमित नभ

ऊँची उड़ान

 

कुसुम नैपसिक Kusum Knapczyk
डयूक विश्वविद्यालय

 

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बादल राजा

बरसा रात भर

सफ़ेद मोती

 

कुसुम नैपसिक Kusum Knapczyk
डयूक विश्वविद्यालय

 

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साँझ की बेला

सिंदूरी किरणों के

इश्क़ में मेघ

 

कुसुम नैपसिक Kusum Knapczyk
डयूक विश्वविद्यालय

 

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गोरिया खड़ी

निहारती डगर

आएगा वह

कुसुम नैपसिक Kusum Knapczyk
डयूक विश्वविद्यालय

हिंदी कविताएँ

 

https://asianmideast.duke.edu/news/poetry-jagdish-vyom-taking-hindi-textbook-real-life

 

डयूक विश्वविद्यालय 

माध्यमिक हिंदी 

कविताएँ

 

 

कुछ नहीं 

एक बच्चा सूरज से खेल रहा है 

उसकी माँ भी उसके साथ खेल रही है

उसका पति उन्हें खेलते देख रहा है

लापरवाही, चिंता मुक्त सा 

दिन कितना सुंदर है

आसमान में एक भी बादल नहीं है

जैसे इस परिवार की तरह धरती भी मस्ती कर रही है

इस बगीचे से परे, जीवन एक जैसा नहीं है

हर कोई इतना खरीद रहा है

इतना चिंतित हो रहा है

और इतने दबाव में रह रहा है

हर कोई हमेशा कहीं न कहीं  व्यस्त है

लेकिन यह बगीचा अलग है

यहाँ, जीवन धीमा हो जाता है

जैसे एक छोटा बच्चा धीरे होता है

मैं अभी बाहर से आया हूँ

पर मैं बाग का कायल हूँ

अभी मैंमैं लापरवाह हूँ 

माना जीवन संघर्ष से भरपूर है

लेकिन, बगीचे से परे भी, खेलने के बहुत सारे कारण हैं ।

 

 

हर्ष श्रीजय     Harsha Srijay 

 

 

———————————

 

आँख से आँख

आँख से आँख 

दिल से दिल 

दिमाग़ से दिमाग़ 

दो मन का मिलन

सपने एक विचार पैदा करते हैं 

सबसे बड़ा अविष्कार

विनिमय के माध्यम से पैदा हुआ 

पूरे इतिहास में

वत्सों और क्रिक 

पेज और बरीं 

जय-ज और बीयान्से 

टीम वर्क से समाज की समस्याओं का समाधान

दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए 

जलवायु परिवर्तन, युद्ध, और वैश्विक भूख 

हमें एक साथ काम करना चाहिए 

चलो अब शुरू करते हैं 

उठ जाओ 

चलो चलें परिवर्तन क्षितिज पर

एक साथ दुनिया बदलें।। 

 

 

 

प्रथमेश रामास्वामी    Pratamesh Ramasubramanian 

 

 

 

 


बहुत रात है। 

शनिवार।

मैं एक बादल पर बैठा हूं। 

दूर 

तुरही बजाते हैं। रोशनी चमकती है ।

मकई चबूतरे । चूल्हा चलता है

घर के चारों ओर दौड़ रहा है। 

रोशनी बंद करें!

मैं प्रतीक्षा करता हूं और प्रतीक्षा करता हूं। 

सस्पेंस बनता है

यह लगभग वो समय है। 

जैज़ मेरे कानों में है। यह मेरे कानों के लिए संगीत है

टीवी के माध्यम से, मैं शहर में हूँ

माइकल चे. पीट डेविडसन। कीथ थॉम्पसन। मेरे सभी पसंदीदा अभिनेता।

वे चुटकुले सुनाते हैं। दृश्य शुरू होता है।

लेकिन यह शो के बारे में कभी नहीं था।

यह इतना अच्छा नहीं है

यह जैज़ नहीं है। तुरही नहीं। मजाक नहीं

कारण …

मैं अपनी बहन के साथ हूं। 

एक साथ हंसना। 

अपने परिवार के साथ गा रहा हूं।

सैटरडे नाइट लाइव घर जैसा लगता है

और, हंसी मुझे घर ले जाती है।

 

 

 

निश सिंगराजू     Nish Singaraju 

 

 

 


घर और मकान 

एक घर और एक मकान,

इनके बीच में बहुत फ़र्क़ है

पैसे से मकान ख़रीद सकते हैं

यह सिर्फ़ एक इमारत है

लेकिन

घर अलग है

घर पैसे से नहीं ख़रीद सकते

एक घर में 

बच्चे लुका छुपी खेलते हैं

माँ खाना बनाती है

और सुगंध सब जगह रहती है

यह है एक घर

खेलते खाते लोग 

ज़मीन, दीवार, और कमरे

यह है एक घर

घर इमारत से कुछ ज़्यादा है

मेरे लिए मैं घर में हूँ

जब मैं परिवार के साथ हूँ

और

जब मैं दोस्तों के साथ हँस रही हूँ

मकान और घर में यही बारीक सा फ़र्क़ है ।

 

 

 

यशा कुलकर्णी     Yasha Kulkarni 

 

 

 


ज़िंदगी 

ज़िंदगी छोटी सी है

सब कुछ करो जब तुम युवा हो 

नए-नए देश देखो 

नया-नया खाना खाओ 

नए-नए खेल खेलो 

दोस्तों के साथ हँसो 

धूप में बाहर दौड़ो

खुश रहो 

बिस्तर पर सोओ 

देर तक।

भारत जाकर ताजमहल देखो 

किसी से प्यार करो। 

दोस्तों से बात करो 

पार्टी में नाचो 

नई भाषाएँ सीखो 

बहुत कम काम करो और बहुत आराम करो 

फिल्में देखो 

पहाड़ों पर जाकर चाय पियो 

नई चीजों से न डरो 

मज़े करो और अपने माता-पिता को मत भूलो 

क्योंकि माता-पिता ने ज़िंदगी दी है

 

श्री एल्लंकि      Sree Yellanki

 

 

 


हमारी दुनिया

 

पीले, नीले और लाल फूल

सितारों और चाँद से भरी रातें

दिन आसान हैं फूलों के साथ

खूबसूरत है जिंदगी

 

सड़क पर बारिश की आवाज़

और गुलाबी आसमान की सुबह

सभी बुरी बातें 

पृथ्वी की सुंदरता में डूबाे

 

हरी भरी पहाड़ियों पर दौड़ना

ऊपर नीचे, नीचे ऊपर

गहरे नीले समुद्र में तैरना

लहरें के पीछे भागना

 

चेहरे पर तेज, धूप का अहसास

और ताजी हवा की महक

लोगों के अलग अलग विश्वास

प्रकृति की चमक

पृथ्वी की रक्षा करो

प्रदूषण और बुरे लोगों से,

दुनिया तुमको बुला रही है: बदलो!

चलो करते हैं अच्छे काम!

 

समाया पत्तिम      Samaya Pattim 

 

 

 


 

प्रकृति की आवाज़ 

बैंगनी कलम,

पानी पर चमक, 

लाल, हरे, गुलाबी फूल बगीचे में 

हरे भरे पेड़ 

और थोड़ी सी धूप भी 

ज़्यादा लोग घूमते हैं, बगीचा देखते हैं 

और कहते हैं  “वाह, वाह, बहुत सुंदर”।

“ख़ुशबू फूलों की बेहतरीन” 

सूरज की रोशनी से 

फूल से चमकता है

और तालाब का पानी भी 

लोगों की हँसी ज़ोर से सुनाई देती है 

पेड़ों  की आवाज़ भी 

हवा में पत्तों की  

सुरसुराहट सुनी जा सकती है। 

कुछ पक्षी चहक रहे हैं 

ज़ोर से नहीं, क्योंकि बच्चों की हँसी तेज है 

ये आवाज़ें  हैं 

प्रकृति की। 

 

सहाना गिरीधरन     Sahana Giridharan 

 

 

 


राखी

अठारह साल तक मैंने अपने माता-पिता से कहा मुझे कुत्ता चाहिए 

हर बार उन्होने कहा “नहीं” 

“घर गन्दा होगा”

“सोफा ख़राब होगा“

“कुत्ते के साथ बहुत काम हैं”

“हम बीमार हो जायेंगे”

लेकिन 2019  रक्षा बंधन को, हमें अपना कुत्ता मिला 

इसी वजह से मेरे कुत्ते का नाम राखी है

वह  बड़ा और सफ़ेद है 

उसकी पूंछ मजबूत है 

उसके सिर से घर  की खुशबू आती है 

वह सबसे प्यार कुत्ता है

जब मैं घर जाती हूँ , मैं राखी से मिलती हूँ 

माता-पिता को राखी एक बच्चा जैसा लगता है  

पिछले कुछ सालों से, मेरे माता-पिता चुप हो गए 

अब, वे अधिक धैर्यवान हो गए 

अधिक समझदार हो गए 

राखी ने हमारी ज़िंदगी बदली 

इसकी वजह से, हमारा परिवार अब सुखी है 

राखी के त्यौहार की तरह।।

रचिता गोवडू      Rachita Gowdu 

 

 

 


साथ-साथ

जब मैं बड़ी हो रही थी 

मैं सोचती थी कि

मेरा प्यार उद्दात होगा 

और हम धूप में बैठेंगी 

साथ-साथ

लेकिन प्रेम आज़ादी नहीं है

अब मैं खाना बनाती हूँ

चूल्हे के पास खड़ी 

और घना धुआँ मुझे खांसी देता है

अगर मैं परेशान होती हूँ 

तो भी मुझे नहीं मालूम 

क्योंकि मैं केवल ख़ुद को देखती हूँ

पड़ोसियों के विचारों में 

तो मैं अपनी झाड़ू उठाती हूँ

और जीवन के बारे में  

इन सवालों को

बुहारती हूँ

मेरी लकड़ी की लड़की 

मेरे लिए जलो

 

पिप्पा लोथर     Pippa Lother

 

 

 


चिड़ियाँ

सूरज गर्म है

और हवा सर्द

और आहिस्ता 

धीरे धीरे हवा से पत्तियाँ  हिलती हैं

हवा से, पत्तियाँ गिर गईं 

और पत्तियाँ चिड़ियाँ बन गईं 

लेकिन जब से सर्दी आई 

चिड़ियाँ दक्षिण में उड़ गईं 

कुछ पत्तियाँ तालाब की सतह पर बैठ गईं 

कुछ पत्तियाँ कमल पर रहती हैं

पानी के नीचे मछलियाँ उतरती हैं

मछली मछली के पीछे भागती हैं

पीली मछली सफ़ेद मछली के साथ गोल गोल घूमती है।

सूरज नीचे झुका 

और चन्द्रमा ऊपर चमका

अब भी बहुत लोग उन्हें देखते हैं।

लेकिन रात में कोई पत्ती और कमल को नहीं देखता।

पत्ती नदी में बहती है।

लेकिन कमल तालाब में रहता है।

सब उसे पसंद करते हैं

कोई उस कमल की पत्ती को नहीं देखता।

 

 

मिहिर पटेल      Mihir Patel 

 

 


मिट्टी

यह कठिन हो जाता है,

पीले फूल जैसे सुंदर,

लाल पक्षियों जैसे ज़ोरदार,

नीली नदी जैसे शांत,

मैंने अपनी आंखें बंद कर ली।

आप भी बंद कीजिए।

कल्पना,

थोड़ा सा पानी और मिट्टी,

आपका कुछ जादू,

 

आपकी हथेली में बह रही है,

मनचाहे आकार में ढालें,

उन्हें ध्यान से रखें,

 

धीरे धीरे,

गिरते पत्तों को परेशान मत करो,

उनका कोमल स्वभाव,

 

उन्हें अपने हाथों से आकार दें,

उन्हें परवाह दिखाओ,

और उन्हें रूपांतरित होते हुए देखें,

 

जब यह आपके हाथों में हो,

अपनी उंगलियों के खिलाफ दबाया, 

 

मनीषा भट्टाराय    Manisha Bhattarai

 

—————————-

 

मछली

मेरी मछली, मलिका रावल  

मेरी ज़िन्दगी मैं एक मछली आयी   

और बस दो हफ्ते मैं मर गयी   

क्या इसका कोई मतलब है ? 

क्या ज़िन्दगी इतनी जल्दी ख़त्म होती है ? 

हमको महसूस भी नहीं होता  

जब ज़िन्दगी ख़त्म हो जाती है।  

इसलिए हम को हर दिन ख़ुशी से जीना है।  

और जियो जैसे आखरी दिन है।  

एक मुस्कान के साथ जागो।  

और दुनिया जीत लो !  

 

सुप्रिसे

चॉकलेट सुप्रिसे , मलिका रावल।  

एक दिन, मेरा भाई उदास था।  

मैंने पूछा , क्या हुआ ? 

अर्जुन (मेरा भाई ) ने, कुछ नहीं बोला 

फिर मैंने एक तरीका निकाला 

अर्जुन को चॉकलेट पसंद है  

मैंने बहुत सारी चॉकलेट खरीदी  

अर्जुन खुश हुआ।  

फिर मैंने पूछा  क्या हुआ।  

वह बोला कुछ नहीं।  

 

 

मलिका रावल     Malika Rawal

 

 

 


 

मैं तुम्हें इतना क्यों चाहता हूँ?

मैं तुमको चाहता हूँ ।

तुम्हारे बिना, मेरा आज नहीं, 

चलो शुरू करते हैं 

तुम्हारे साथ, 

मैं इस वक्त में तुम्हारे रहना चाहता हूँ 

 

मैं सोचता हूँ

कि मैं बहुत खुश हूँ 

क्योंकि मैं तुमको जानता हूँ ।

हर सुबह, तुम यहीं मेरे लिए हो। 

लेकिन हर रात तुम नहीं हो, लेकिन यह ठीक है।

अगली सुबह, तुम फिर यहीं हो, मुझमें रुकी।

जब मैं काम करता हूँ, मैं तुम्हारे साथ हूँ। 

मैं तुमसे बस तीन साल पहले मिला था।

जब मैं संघर्ष कर रहा था।

 

लेकिन तुम, बहुत महान हो । 

तुम दयालु, और बहुत काम की चीज़ हो।

हर चीज़, जो तुम्हारी मुझे चाहिए।

 

लेकिन, कभी कभी, मैं सोचता हूँ

कि क्या ये प्यार मेरे लिए ज़रूरी है?

क्या मैं तुम्हारे बिना पूरा हूँ ।

 

क्या मैं किसी चीज़ को प्यार कर सकता हूँ?

जिसका कोई रूप नहीं  है,

तुम्हारा एक सिप, मुझे ताज़गी देता है,

ओ मेरी कॉफ़ी, मैं तुम्हें इतना क्यों चाहता हूँ?

 

किरन लेले   Kieran Lele

 

 

 


जब मैं छोटा था

जब मैं छोटा था तो गर्मी का मौसम हुआ करता था।

हम दोस्त हुआ करते थे और एक दूसरे के पास रहते थे.

हम एक साथ खाते-पीते थे।

हम साथ में बातें करते थे।

हम कई घंटे बाहर रहते थे।

हम कई खेल खेलते थे।

हम रोज एक दूसरे को देखा करते थे।

हमारे माता-पिता हमें घर आने के लिए कहते।

लेकिन जब सर्दी हुई तो बाहर ठंड हो गई।

हम घर नहीं छोड़ सकते थे लेकिन हम छोड़ना चाहते थे।

हम बाहर नहीं खेल सकते थे लेकिन हम बाहर जाना चाहते थे।

हम एक-दूसरे से नहीं मिल पाए लेकिन हम एक-दूसरे से मिलना चाहते थे।

मैं बहुत दुखी था और मेरा कोई दोस्त नहीं था।

मैं अपने कमरे में कई हफ्तों तक रहा।

मैं अपनी माँ का किसी भी खाना नहीं खाना चाहता था।

सर्दियों के अंत तक, मुझे अपना कमरा पसंद नहीं आया।

बसंत आया और वह फिर गर्म हो गया।

मैं आखिरकार अपने सबसे अच्छे दोस्त को देखने के लिए बाहर गया।

मैंने तुम्हें मुस्कुराते और हंसते देखा लेकिन तुम दूसरे दोस्त के साथ थे।

मैंने सीखा कि किसी के प्यार पड़ना कैसा होता है। 

 

धनशील मुरलीधरन   Dhanasheel Muralidharan

 

 


 

“हॉट चॉकलेट” 

मेरी जुड़वां बहन के लिए 

  

काश हम फिर से घर में होते, 

ताकि मैं देख सकता जब तुम पूरे घर में दौड़ती, 

तुम्हारे छोटे हाथ, मेरी पीठ के पीछे फैले हुए 

और तुम जुलाई में क्रिसमस गाने गाती । 

काश मैं देख पाता जब माता-पिता ने 

तुम्हें बड़े होने के लिए कहा था 

काश मैं तुमसे कह पाता कि कभी बड़ी मत होना। 

  

सब लोग बूढ़े हो जाते है, लेकिन सब लोग बड़े नहीं होते। 

तुमने मुझे यह सिखाया। 

तुम्हारी मुस्कान, चाँद की तरह बड़ी और सफेद, 

और तुम्हारी बड़ी भूरी आँखें, सूरज की तरह चमकीली। 

  

तुम कहती हो कि मेरी कोई भावना नहीं है क्योंकि मैं कभी नहीं रोता । 

यह सच नहीं है, तुम्हारी यादें 

मुझे रुलाती हैं  

जब तुमने मुझे पाँच डॉलर भेजे थे 

और लिखा था 

“इससे हॉट चॉकलेट ख़रीदना”। 

  

शायद तुम बड़ी हो गई हो। 

शायद तुम वह लड़की नहीं हो।

जो हर शनिवार की सुबह मेरे कमरे में दौड़ती थी 

एक काले गोरिल्ला सूट में 

गाना गाते 

और मुझे हिलाते जब तक मैं जाग नहीं जाता । 

  

तो मेरी बहन  

अब और बड़ी मत होना  

हमेशा वो लड़की रहो  जो वोल्डेमॉर्ट से डरती थी 

क्योंकि उसकी एक नाक नहीं थी। 

मुझे कभी नॉक नॉक जोक्स बताना बंद मत करो 

कभी मुझको हॉट चॉकलेट पिलाना 

बंद मत करो ।

इससे मुझे ख़ुशी मिलती है। 

और शायद तुम्हें भी। 

 

 

अश्विन कुलश्रेष्ठ   Ashwin Kulshresha

 

 


यादें 

एक गाना जो मैं हर दिन सुनती थी 

खो गया है 

और मैं कभी उसे नहीं ढूंढ पाऊँगी 

पहले कुछ दिनों

मैं सिर्फ़ दो तीन शब्द 

भूल गयी

पता नहीं क्या हुआ 

एक दिन मैं उठी तो  

मुझे कुछ नहीं याद था 

यह गाना किसी रेडियो पर नहीं मिलेगा 

क्योंकि उसकी आवाज़ उसके साथ ही मर गई 

उस सुर में हँसी 

स्वर में मिठास 

कमरे में भर देती थी रौनक

लेकिन अब कहीं गुम है 

खामोशी के साथ 

 

अनु अग्रवाल   Anu Aggarwal 

 

 

 

 

 

 


छोटी सी ख़ुशी

इस दुनिया के पास हमें नीचे धकेलने का एक तरीका है

यही हम सोचते रहते हैं 

लेकिन छोटी सी  ख़ुशी सब जगह मिलती है

आप ढूंढोंगे तो आप को भी दिख जाएगी। 

दोस्त के गले लगने में

रोशनी कि चमक पेड़ के पत्ते पे गिरने में

खोया हुआ दोस्त 

अनजाने लोग के साथ समानताऎं खोजने में

खाना साथ खाने में

किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने में

एक उदास दिन पर इंद्रधनुष देखने में

जितना दुख इस दुनिया में हमें दिखता है उससे कहीं ज्यादा खुशी भी छिपी हुई है

आप ढूंढोंगे तो आप को भी दिख जाएगी। 

यह छोटी छोटी सी खुशी मिलकर बड़ी हो जाएगी। 

 

अनेरी तना    Aneri Tanna

 

 


पतझड़

जब हम वसंत में मिले थे,

सूरज इतना चमकीला था

सब कुछ हरा था । 

जो पेड़ हमने तब लगाया था, 

हमारे सिर से ऊँचा हो गया है । 

मैं तुम्हारे साथ थी, 

जब फूल खिले

सुंदर गुलाबी, बैंगनी, लाल। 

पतझड़ में, 

फूल लंबे समय से बिछड़ गए हैं। 

पंखुड़ियाँ धुल गई हैं, 

और पत्ते गिर चुके हैं।   

आंखों के भूरे रंग की तरह । 

खोए हुए फूल

और कड़ाके की ठंड।

रंग सब चला गया, 

लेकिन मैं सिर्फ मटमैलापन ​देख सकती हूँ । 

क्या मुझे इस पेड़ को पानी देना चाहिए?

क्या वह वसंत फिर आएगा?

क्या फूल खिलेंगे?

क्या हम अपने पेड़ के नीचे मुस्कुराएंगे जैसे हम करते थे?

क्या अनुपजाऊ शाखाओं में उम्मीद है?

फूलों के बिना,

क्या हम क़ायम रह पाएँगे ?

एक हरा-भरा पेड़

हमेशा नहीं रह सकता। 

लेकिन ठंड कभी खत्म नहीं होती।

 

आरुषि वेंकटकृष्णन   Arushi Venkatakrishnan

 

 

 


ताल

ज़िंदगी की आवाज़। 

एक मिनट में सत्तर बार आती है।

कभी कभी जल्दी। 

कभी कभी धीरे। 

यह है ज़िंदगी की रफ़्तार।

आवाज़ ज़िंदगी में चली आती। 

जब मेरा हाथ ज़मीन को छूता है

ऊर्जा मिलती है

मेरे पैर को।

मेरे दिल को।

मेरे सिर को।

मेरे मन को।

पूरे शरीर से ऊर्जा आती है।

अब आवाज़ मजबूत है।

मैं आवाज़ से घिरा हुआ हूँ।

मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।

मैं मिल जाऊंगा।

ज़िंदगी की रफ्तार में

 तबले की आवाज़ ज़िन्दगी का आवाज़ है।

हर धड़कन के साथ हम जीवन का थोड़ा और आनंद लेते हैं

 

आर जे शाह   R J Shah


सही सवाल 

क्यों ?

क्यों तुम काम बहुत करती हो ?

सुबह जल्दी 

देर रात तक 

क्यों ?

कहाँ से तुम्हें विचार आते हैं ?

क्या पैसे के लिए ?

क्या शोहरत के लिए ?

नहीं नहीं, ये सवाल गलत हैं, तो  

फिर किसके लिए ? 

बैठना 

बगीचे में पेड़ और बेंच है | 

कोई खास और खूबसूरत नहीं

लेकिन मुझे खास लगते हैं 

जब मैं वहाँ बैठता हूँ |

मुझे याद आते हैं |

गर्मी के दिन 

जब मैंने उससे बात की थी

और मैंने सीखा 

कैसी खूबसूरत दुनिया है | 

 

ऋतिक कसतेलिनो   Rithik Castelino

 

दुनिया डरावनी है ।

लेकिन जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को बताऊंगी कि जब बारिश होती है,

रेन बूट्स पहन कर बारिश में नाचो और पडल्स में कूदो ।

लेकिन एक गर्म कप चाय के साथ अंदर भी रह सकते हो और तूफ़ान के गुज़रने का इंतज़ार कर सकते हो ।

_________________________________________________________________

जब मैं माँ बनूँगी

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को सिखाऊंगी कि उनके दिमाग कितने सक्षम हैं ।

तो जब वे बड़े होंगे, वे जानेंगे कि कोई संख्या उन्हें परिभाषित नहीं कर सकती।

 

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे के लिए कई किताबें पढ़ूँगी ।

तो वे सबके साथ दया का व्यवहार करेंगे, क्योंकि वे जानेंगे कि हर किसी की अपनी कहानी होती है।

 

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को दिखाऊंगी कि बहुत कुछ हैं जो हम नहीं जानते हैं,

जैसे दूर आकाश-गंगाओं के बारे में और हमारे अपने शरीर के बारे में ।

तो वे मानेंगे कि सीखना कभी समाप्त नहीं होता ।

 

दुनिया डरावनी है ।

लेकिन जब मैं माँ बनूँगी,

मैं आशा करती हूँ कि मेरे बच्चे दुनिया कि सुंदरता देख सकेंगे जैसे मेरे मम्मी-पापा ने मुझे दिखाया ।

 

अनेरी तना


डयूक विश्वविद्यालय 

प्राथमिक हिंदी 

कविताएँ

बहुत दूर होते हुए भी 

मुझे अपने परिवार से बहुत प्यार है. 

क्योंकि दिल बहुत करीब है. 

मेरा परिवार मेरी मदद करता है. 

गुस्से में भी मेरा परिवार मेरे साथ है. 

मेरा परिवार मेरी चट्टान है. 

और मैं हर दिन उनको प्यार करता हूँ.

वैभव शर्मा    Vaibhav Sharma

 


मेरा घर, मेरा परिवार |

परिवार में रहे खुशियों का बहार |

खाना मिले ताज़ा |

खुला रहे दरवाज़ा |

लोग आते और जाते हैं |

सबसे बात करते हैं |

बच्चे बाहर खेलते हैं |

बड़े फिल्म देखते हैं |

मेरा घर, मेरा परिवार |

परिवार में हमेशा रहे प्यार |

 

स्पंदन गोयल    Spandan Goel

 


मेरी बेटी

तेरा कमरा गंदा है ।

लेकिन कल तू और तेरे दोस्त यहाँ नहीं थे।

जब तू छोटी थी, तू मेहनती थी ।

लेकिन तू आलसी है अभी ।

मैं बोलती हूँ “कमरा साफ कर” रोज़ |

लेकिन तेरा कमरा हमेशा गंदा है |

जब तू पांच साल की थी, कमरा साफ था  |

जब तू दस साल की थी, कमरा साफ था 

मैं नहीं जानती क्यों कमरा गंदा है ?

लेकिन मैं हमेशा प्रेम करती हूँ तुझसे |

शुबा  प्रसाद      Shuba Prasadh

 

ज़िंदगी 

ज़िंदगी छोटी सी है

सब कुछ करो जब तुम युवा हो

नए-नए देश देखो

नया-नया खाना खाओ

नए-नए खेल खेलो

दोस्तों के साथ हँसो

धूप में बाहर दौड़ो

खुश रहो

बिस्तर पर सोओ

देर तक।

भारत जाकर ताजमहल देखो

 किसी से प्यार करो।

दोस्तों से बात करो

पार्टी में नाचो

नई भाषाएँ सीखो

बहुत कम काम करो और बहुत आराम करो

फिल्में देखो

पहाड़ों पर जाकर चाय पियो

नई चीजों से न डरो

मज़े करो और अपने माता-पिता को मत भूलो

 क्योंकि माता-पिता ने ज़िंदगी दी है

श्री एल्लंकि      Sree Yellanki

 


रात में मैं जागता हूँ ।

बाद में मैं पढ़ता हूँ ।

दिन में मैं हँसता हूँ ।

मेरी माँ कॉल करती हैं ।

लेकिन मैं खाना खाता हूँ ।

दिन में मैं काम करता हूँ ।

बाद में मैं सोता हूँ ।

लेकिन मैं फ़िल्म देखना चाहता हूँ ।

मेरी माँ को फ़िल्म बहुत पसंद हैं ।

लेकिन मैं पढ़ता हूँ ।

 

संजित बेरीवाल    Sanjit Beriwal

 


मेरा घर गर्म है

मेरा घर प्यारा है

मेरा घर बड़ा है

मेरा घर छोटा है

मेरी माँ मेरे घर में है

मेरी बहन मेरे घर में है

मैं अपने बिस्तर पर सोती हूँ

मैं अपने बिस्तर में सपना देखती  हूँ

मुझे अपना घर पसंद है

मुझे अपने घर की याद आती है

संजना झा    Sanjana Jha

 


मेरा परिवार 

 बहुत प्यारे और मजे के लाेग

 मेरे सबसे अच्छे दोस्त  

 मेरा भाई बहुत चालाक  

 मेरी मां बहुत  बातूनी 

 और मेरे पिताजी बहुत होशियार 

 मुझे अपने परिवार से प्यार है 

 और वे मुझे बहुत प्यार करते हैं  

परिवार प्यार है  

परिवार ही सब कुछ है  

सबीना तनेजा     Sabina Taneja

 


मुझे अपना परिवार पसंद है। 

मुझे अपने दोस्त पसंद हैं। 

मुझे फूल पसंद हैं। 

मुझे जानवर पसंद हैं। 

मुझे बगीचे पसंद हैं। 

मुझे बिरयानी पसंद है। 

मुझे आम का लस्सी पसंद है। 

मुझे नाचना पसंद है। 

मुझे मज़े लेना पसंद है। 

 

रूही मुहम्मद     Roohi Muhammed

 

 


फिर मिलेंगे

चार साल पहले 

दयूक बहुत नया था । 

अभी यह स्कूल है मेरी दुनिया

यहाँ बहुत सारे लोग मुझे खुशियाँ देते हैं

और बहुत सारी यादें बानते हैं । 

रोज़ बहुत काम करना है

लेकिन सब लोगों के साथ बहुत हसना भी है । 

सिर्फ पाँच महीने में 

एक नया रास्ता हम लेंगे 

और सब कुछ फिर हो जाएगा 

 

रिया जैन     Rhea Jain

 

—————

मेरा एक परिवार है। 

एक माँ, एक बहन और एक पापा। 

मेरी माँ खाना बनाती है। 

मेरे पापा बर्तन साफ करते हैं। 

मेरी बहन काम करती है। 

और मैं घास काटता हूँ। 

कल मैं उदास था 

लेकिन आज मैं खुश था 

कल मौसम अच्छा था।  

लेकिन आज का मौसम बढ़िया है 

 

प्रणय जैन     Pranay Jain 

 

 


मेरी नाम निशांत है

मेरी नाम  मतलब मतलब  रात का अंत

या एक नई शुरुआत

एक गिलास आधा भरा या आधा खाली

चांद नीचे जाना

 सूरज  यूपी  जाना

एक दरवाज़ा बंद

एक ताज़ा दरवाज़ा खुलता है

मेरा नाम दो हैं

आप मतलब  चुनें

निशांत वांगनू      Nishant Wangneo

 


मेरा परिवार सुंदर है  

मेरा परिवार मजबूत है  

मेरा परिवार साफ है  

मेरा परिवार में चार लोग है  

मेरे परिवार में एक कुत्ता हैं   

मेरे परिवार में प्यार है  

मेरे परिवार ठीक है  

हमारे परिवार है तेरा परिवार  

हमारे प्यार है तेरा प्यार  

मेरे घर आओ  

निर्वाण सिलस्वाल      Nirwan Silswal 

———————–

मेरा परिवार अच्छा है। 

वो हैदराबाद से है |  

आजकल वे  ह्युस्टन में रहते हैं।  

लेकिन मेरे परिवार को डरहम पसंद है  

मेरे परिवार में माता-पिता और एक बहन है ।  

उनका नाम श्रीवल्ली ,पट्टाभि ,और चांदना है।  

मेरा परिवार  शिक्षक है।  

और हमारा  घर विद्यालय है।  

मेरा परिवार खूबसूरत है।  

मेरा परिवार  बहुत अच्छा  है। 

 

कार्तिक चमारती     Kartik Chamarti

 


मेरा परिवार बड़ा है,

लेकिन हमारा प्यार मजबूत है| 

हमारा परिवार एक जंगल है 

और हर कोई जरूरी है| 

मेरी माँ तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं।

मेरी माँ हाथी है, बुद्वि और चतुर| 

मेरे पिता जी नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं।

मेरे पिता जी पांडा हैं, दयालु और मेहनती| 

मेरी बहन सियार है, शरारती और चालाक|

मेरी केवल एक बहन है, और हम बहुत करीब हैं| 

और मैं, मैं शेर हूँ , बहादुर और महान| 

हम दूसरे से प्यार करते हैं, 

और जंगल में खुश हैं| 

हविष मल्लादी     Havish Malladi

 


मेरा परिवार

मेरे परिवार में माता-पिता, बहन, और नाना-नानी हैं।

कुछ लोग अमेरिका में रहते हैं।

बाकी लोग भारत में रहते हैं।

दादी यहाँ नहीं, लेकिन हमारे दिल में हैं।

दादाजी दादी के साथ हैं।

मैं और मेरी बहन अच्छे दोस्त हैं।

हमको गाना, टीवी देखना, और फुटबॉल खेलना पसंद है।

मेरे परिवार में बहुत प्यार है।

 

दिव्या नटराज     Divya Nataraj

 

 

 

 


मेरा परिवार 

छोटा सा परिवार यह हमारा

ना कुछ मेरा ना तुम्हारा 

माँ बाप को सादर नमस्कार 

छोटी बहन से बहुत प्यार

ऑस्कर(हमारा कुत्ता) भी है नटखट

दौड़ता है यहाँ वहाँ सरपट

बहुत याद आती है घर परिवार की

जब आते हैं जन्मदिन और दिवाली

जल्दी छुट्टीयों में मैं वापस घर जाऊँगा

सबको बार बार गले लगाऊँगा

 

आयुष गौर     Ayush Gaur

 

 

 


मेरे परिवार  में छह लोग हैं। 

मेरा भाई सबसे छोटा है। 

लेकिन उसकी आवाज़ सबसे ज़्यादा है। 

मेरी बहन उससे चार साल बड़ी है। 

वह हमारे परिवार की मछली है। 

वह रोज़ तैरती है। 

और मेरी  एक जुड़वा बहन भी है। 

हम दोनो घर में नहीं रहतीं

लेकिन हम वापस जाती हैं। 

हमारे माँ-बाप बहुत अच्छे हैं। 

हमारे कुत्ता के बिना हमारा परिवार अधूरा है।

 

आना  मैककेन    Anna McKane

 

 


 

घर के बाहर आसमान नीला है। 

आसमान में सूरज पीला है। 

हवा चल रही है मेरी कमीज़ में। 

चिड़िया, मछली, बहुत चीज है। 

बारिश में ठंडा पानी है। 

प्रकृति की में दीवानी हूँ।

घास का रंग हरी है।

बाहर में पूरी हैं।

रोज़ मैं बाहर जाती हूँ।

दुनिया के बारे में, समझती हूँ।

 

अनीशा रेड्डी     Anisha Reddy 

 

 

 


गोल गोल मीठा मीठा ।

जलेबी है रस भरा ।

गरम गरम कुरकरे ।

हम खाते है बड़े प्यार से ।

इसे बनाना बहुत आसान है ।

तुम आटा से शुरू करो |

तुम तेल में तलो ।

फिर चीनी की चाशनी में डालो ।

और मुंह में रखो

परिवार के साथ साझा करो । 

 

अनीश कारपूरपु      Anish Karpurapu

 

 

 

——————–

मेरी माँ को मछली बहुत पसंद हैं,

इसलिए मेरे पिताजी उसकी मछली ख़रीदते हैं।

मेरे पिताजी को तस्वीरें पसंद हैं,

इसलिए मेरी माँ उसकी एक तस्वीर लेती हैं।

 

मेरे भाई को विडीओ गेम पसंद है,

इसलिए मैं उनका लैपटॉप तोड़ती हूँ।

मुझे ड्रॉइंग पसंद है,

इसलिए मेरा भाई मेरी पेन्सल तोड़ता है।

अमल गुप्ता     Amal Gupta

 


आकाश नीला है और घास हरी है।

प्रकृति बहुत सुंदर है

सूरज पीला है और बादल सफेद हैं।

बगीचे प्यार से भरे हुए हैं

पत्ते नारंगी हैं और मिट्टी काली है।

बगीचा मेरा दूसरा घर है

फूल गुलाबी हैं और कमल बैंगनी हैं।

प्रकृति बहुत ख़ूबसूरत है

मेरा दिल खुश है।

 हर चीज में प्यार है

 

अली जलाल      Ali Jalal 

 

 


 

 

 

पिप्पा कविता

Poem RJ

हिंदी कविताएँ

 

 

प्रथमेश 

दुनिया बदलें

आँख से आँख 

दिल से दिल 

दिमाग़ से दिमाग़ 

दो मन का मिलन

सपने एक विचार पैदा करते हैं 

सबसे बड़ा अविष्कार

विनिमय से पैदा हुआ 

पूरे इतिहास में

वात्सन और क्रिक 

पेज और ब्रीन 

जे-ज़ी  और बीयान्से 

टीम वर्क से समाज की समस्याओं का समाधान

दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए 

जलवायु परिवर्तन, युद्ध, और वैश्विक भूख 

हमें एक साथ काम करना चाहिए 

चलो अब शुरू करते हैं 

उठ जाओ 

चलो चलें परिवर्तन क्षितिज पर

एक साथ दुनिया बदलें।।

 

 

आरुषि 

क्या वह वसंत फिर आएगा?

जब हम वसंत में मिले थे,

सूरज इतना चमकीला था

सब कुछ हरा था । 

जो पेड़ हमने तब लगाया था, 

हमारे सिर से ऊँचा हो गया है । 

मैं तुम्हारे साथ थी, 

जब फूल खिले

सुंदर गुलाबी, बैंगनी, लाल। 

पतझड़ में, 

फूल लंबे समय से बिछड़ गए हैं। 

पंखुड़ियाँ धुल गई हैं, 

और पत्ते गिर चुके हैं।   

आंखों के भूरे रंग की तरह । 

खोए हुए फूल

और कड़ाके की ठंड।

रंग सब चला गया, 

लेकिन मैं सिर्फ मटमैलापन ​देख सकती हूँ । 

क्या मुझे इस पेड़ को पानी देना चाहिए?

क्या वह वसंत फिर आएगा?

क्या फूल खिलेंगे?

क्या हम अपने पेड़ के नीचे मुस्कराएंगे जैसे हम करते थे?

क्या अनुपजाऊ शाखाओं में उम्मीद है?

फूलों के बिना,

क्या हम क़ायम रह पाएँगे ?

एक हरा-भरा पेड़

हमेशा नहीं रह सकता। 

लेकिन ठंड कभी खत्म नहीं होती।

 

 

मिहिर 

मछलियाँ

सूरज गर्म है

और हवा सर्द

और आहिस्ता 

धीरे धीरे हवा से पत्तियाँ  हिलती हैं

हवा से, पत्तियाँ गिर गईं 

और पत्तियाँ चिड़ियाँ बन गईं 

लेकिन जब से सर्दी आई 

चिड़ियाँ दक्षिण में उड़ गईं 

कुछ पत्तियाँ तालाब की सतह पर बैठ गईं 

कुछ पत्तियाँ कमल पर रहती हैं

पानी के नीचे मछलियाँ उतरती हैं

मछली मछली के पीछे भागती हैं

पीली मछली सफ़ेद मछली के साथ गोल गोल घूमती है।

सूरज नीचे झुका 

और चन्द्रमा ऊपर चमका

अब भी बहुत लोग उन्हें देखते हैं।

लेकिन रात में कोई पत्ती और कमल को नहीं देखता।

पत्ती नदी में बहती है।

लेकिन कमल तालाब में रहता है।

सब उसे पसंद करते हैं

कोई उस कमल की पत्ती को नहीं देखता।

 

 

निश

परिवार

गहरी रात है। 

शनिवार की।

मैं एक बादल पर बैठा हूँ। 

दूर तुरही बजते हैं।

रोशनी चमकती है ।

मकई चबूतरे । चूल्हा चलता है

घर के चारों ओर दौड़ रहा है। 

रोशनी बंद करें!

मैं प्रतीक्षा करता हूँ और प्रतीक्षा करता हूँ। 

सस्पेंस बनता है

यह लगभग वो समय है। 

जैज़ मेरे कानों में है। यह मेरे कानों के लिए संगीत है

टीवी के माध्यम से, मैं शहर में हूँ

माइकल चे. पीट डेविडसन। कीथ थॉम्पसन। मेरे सभी पसंदीदा अभिनेता।

वे चुटकुले सुनाते हैं। दृश्य शुरू होता है।

SNL जादुई है……

लेकिन यह शो के बारे में कभी नहीं था।

यह इतना अच्छा नहीं है

यह जैज़ नहीं है। तुरही नहीं। मजाक नहीं

कारण …

मैं अपनी बहन के साथ हूँ। 

एक साथ हँसना । 

अपने परिवार के साथ गा रहा हूँ।

सैटरडे नाइट लाइव घर जैसा लगता है

और, हंसी मुझे घर ले जाती है

 

 

हर्ष

कुछ नहीं 

एक बच्चा सूरज से खेल रहा है 

उसकी माँ भी उसके साथ खेल रही है

उसका पति उन्हें खेलते देख रहा है

लापरवाही, चिंता मुक्त सा 

दिन कितना सुंदर है

आसमान में एक भी बादल नहीं है

जैसे इस परिवार की तरह धरती भी मस्ती कर रही है

इस बगीचे से परे, जीवन एक जैसा नहीं है

हर कोई इतना खरीद रहा है

इतना चिंतित हो रहा है

और इतने दबाव में रह रहा है

हर कोई हमेशा कहीं न कहीं  व्यस्त है

लेकिन यह बगीचा अलग है

यहाँ, जीवन धीमा हो जाता है

जैसे एक छोटा बच्चा धीरे होता है

मैं अभी बाहर से आया हूँ

पर मैं बाग का कायल हूँ

अभी मैंमैं लापरवाह हूँ 

माना जीवन संघर्ष से भरपूर है

लेकिन, बगीचे से परे भी, खेलने के बहुत सारे कारण हैं |

 

यशा

घर और मकान 

एक घर और एक मकान,

इनके बीच में बहुत फ़र्क़ है

पैसे से मकान ख़रीद सकते हैं

यह सिर्फ़ एक इमारत है

लेकिन

घर अलग है

घर पैसे से नहीं ख़रीद सकते

एक घर में 

बच्चे लुका छुपी खेलते हैं

माँ खाना बनाती है

और सुगंध सब जगह रहती है

यह है एक घर

खेलते खाते लोग 

ज़मीन, दीवार, और कमरे

यह है एक घर

घर इमारत से कुछ ज़्यादा है

मेरे लिए मैं घर में हूँ

जब मैं परिवार के साथ हूँ

और

जब मैं दोस्तों के साथ हँस रही हूँ

मकान और घर में यही बारीक सा फ़र्क़ है । 

 

 

श्री

ज़िंदगी 

ज़िंदगी छोटी सी है

सब कुछ करो जब तुम युवा हो 

नए-नए देश देखो 

नया-नया खाना खाओ 

नए-नए खेल खेलो 

दोस्तों के साथ हँसो 

धूप में बाहर दौड़ो

खुश रहो 

बिस्तर पर सो  

देर तक।

भारत जाकर ताजमहल देखो 

किसी से प्यार करो। 

दोस्तों से बात करो 

पार्टी में नाचो 

नई भाषाएँ सीखो 

बहुत कम काम करो और बहुत आराम करो 

फिल्में देखो 

पहाड़ों पर जाकर चाय पियो 

नई चीजों से न डरो 

मज़े करो और अपने माता-पिता को मत भूलो 

क्योंकि माता-पिता ने ज़िंदगी दी है।

 

समाया 

हमारी दुनिया

 

पीले, नीले और लाल फूल

सितारों और चाँद से भरी रातें

दिन आसान हैं फूलों के साथ

खूबसूरत है जिंदगी

 

सड़क पर बारिश की आवाज़

और गुलाबी आसमान की सुबह

सभी बुरी बातें 

पृथ्वी की सुंदरता में डूबाे

 

हरी भरी पहाड़ियों पर दौड़ना

ऊपर नीचे, नीचे ऊपर

गहरे नीले समुद्र में तैरना

लहरें के पीछे भागना

 

चेहरे पर तेज, धूप का अहसास

और ताजी हवा की महक

लोगों के अलग अलग विश्वास

प्रकृति की चमक

 

पृथ्वी की रक्षा करो

प्रदूषण और बुरे लोगों से,

दुनिया तुमको बुला रही है: बदलो!

चलो करते हैं अच्छे काम!

 

 

सहाना

प्रकृति की आवाज़ 

बैंगनी कलम,

पानी पर चमक, 

लाल, हरे, गुलाबी फूल बगीचे में 

हरे भरे पेड़ 

और थोड़ी सी धूप भी 

ज़्यादा लोग घूमते हैं, बगीचा देखते हैं 

और कहते हैं  “वाह, वाह, बहुत सुंदर”।

“ख़ुशबू फूलों की बेहतरीन” 

सूरज की रोशनी से 

फूल से चमकता है

और तालाब का पानी भी 

लोगों की हँसी ज़ोर से सुनाई देती है 

पेड़ों  की आवाज़ भी 

हवा में पत्तों की  

सुरसुराहट सुनी जा सकती है। 

कुछ पक्षी चहक रहे हैं 

ज़ोर से नहीं, क्योंकि बच्चों की हँसी तेज है 

ये आवाज़ें  हैं 

प्रकृति की। 

 

 

रचिता 

राखी

अठारह साल तक मैंने अपने माता-पिता से कहा मुझे कुत्ता चाहिए 

हर बार उन्होने कहा “नहीं” 

“घर गन्दा होगा”

“सोफा ख़राब होगा“

“कुत्ते के साथ बहुत काम हैं”

“हम बीमार हो जायेंगे”

लेकिन 2019  रक्षा बंधन को, हमें अपना कुत्ता मिला 

इसी वजह से मेरे कुत्ते का नाम राखी है

वह  बड़ा और सफ़ेद है 

उसकी पूंछ मजबूत है 

उसके सिर से घर  की खुशबू आती है 

वह सबसे प्यार कुत्ता है

जब मैं घर जाती हूँ , मैं राखी से मिलती हूँ 

माता-पिता को राखी एक बच्चा जैसा लगता है  

पिछले कुछ सालों से, मेरे माता-पिता चुप हो गए 

अब, वे अधिक धैर्यवान हो गए 

अधिक समझदार हो गए 

राखी ने हमारी ज़िंदगी बदली 

इसकी वजह से, हमारा परिवार अब सुखी है 

राखी के त्यौहार की तरह।।

 

 

पिप्पा

आज़ादी

जब मैं बड़ी हो रही थी 

मैं सोचती थी कि

मेरा प्यार उद्दात होगा 

और हम धूप में बैठेंगी 

साथ-साथ

लेकिन प्रेम आज़ादी नहीं है

अब मैं खाना बनाती हूँ

चूल्हे के पास खड़ी 

और घना धुआँ मुझे खांसी देता है

अगर मैं परेशान होती हूँ 

तो भी मुझे नहीं मालूम 

क्योंकि मैं केवल ख़ुद को देखती हूँ

पड़ोसियों के विचारों में 

तो मैं अपनी झाड़ू उठाती हूँ

और जीवन के बारे में  

इन सवालों को

बुहारती हूँ

मेरी लकड़ी की लड़की 

मेरे लिए जलो

 

मनीषा

धीरे धीरे

यह कठिन हो जाता है,

पीले फूल जैसे सुंदर,

लाल पक्षियों जैसे ज़ोरदार,

नीली नदी जैसे शांत,

मैंने अपनी आंखें बंद कर ली।

आप भी बंद कीजिए।

कल्पना,

थोड़ा सा पानी और मिट्टी,

आपका कुछ जादू,

 

आपकी हथेली में बह रही है,

मनचाहे आकार में ढालें,

उन्हें ध्यान से रखें,

 

धीरे धीरे,

गिरते पत्तों को परेशान मत करो,

उनका कोमल स्वभाव,

 

उन्हें अपने हाथों से आकार दें,

उन्हें परवाह दिखाओ,

और उन्हें रूपांतरित होते हुए देखें,

 

जब यह आपके हाथों में हो,

अपनी उंगलियों के खिलाफ दबाया

मलिका

मेरी मछली, मलिका रावल  

मेरी ज़िन्दगी मैं एक मछली आयी   

और बस दो हफ्ते मैं मर गयी   

क्या इसका कोई मतलब है ? 

क्या ज़िन्दगी इतनी जल्दी ख़त्म होती है ? 

हमको महसूस भी नहीं होता  

जब ज़िन्दगी ख़त्म हो जाती है।  

इसलिए हम को हर दिन ख़ुशी से जीना है।  

और जियो जैसे आखरी दिन है।  

एक मुस्कान के साथ जागो।  

और दुनिया जीत लो !  

 

Poem #2:  

चॉकलेट सुप्रिसे , मलिका रावल।  

एक दिन, मेरा भाई उदास था।  

मैंने पूछा , क्या हुआ ? 

अर्जुन (मेरा भाई ) ने, कुछ नहीं बोला 

फिर मैंने एक तरीका निकाला 

अर्जुन को चॉकलेट पसंद है  

मैंने बहुत सारी चॉकलेट खरीदी  

अर्जुन खुश हुआ।  

फिर मैंने पूछा  क्या हुआ।  

वह बोला कुछ नहीं।  

 

किरण

मैं तुम्हें इतना क्यों चाहता हूँ?

मैं तुमको चाहता हूँ ।

तुम्हारे बिना, मेरा आज नहीं, 

चलो शुरू करते हैं 

तुम्हारे साथ, 

मैं इस वक्त में तुम्हारे रहना चाहता हूँ 

 

मैं सोचता हूँ

कि मैं बहुत खुश हूँ 

क्योंकि मैं तुमको जानता हूँ ।

हर सुबह, तुम यहीं मेरे लिए हो। 

लेकिन हर रात तुम नहीं हो, लेकिन यह ठीक है।

अगली सुबह, तुम फिर यहीं हो, मुझमें रुकी।

जब मैं काम करता हूँ, मैं तुम्हारे साथ हूँ। 

मैं तुमसे बस तीन साल पहले मिला था।

जब मैं संघर्ष कर रहा था।

 

लेकिन तुम, बहुत महान हो । 

तुम दयालु, और बहुत काम की चीज़ हो।

हर चीज़, जो तुम्हारी मुझे चाहिए।

 

लेकिन, कभी कभी, मैं सोचता हूँ

कि क्या ये प्यार मेरे लिए ज़रूरी है?

क्या मैं तुम्हारे बिना पूरा हूँ ।

 

क्या मैं किसी चीज़ को प्यार कर सकता हूँ?

जिसका कोई रूप नहीं  है,

तुम्हारा एक सिप, मुझे ताज़गी देता है,

ओ मेरी कॉफ़ी, मैं तुम्हें इतना क्यों चाहता हूँ?

 

धनशील

जब मैं छोटा था

जब मैं छोटा था तो गर्मी का मौसम हुआ करता था।

हम दोस्त हुआ करते थे और एक दूसरे के पास रहते थे.

हम एक साथ खाते-पीते थे।

हम साथ में बातें करते थे।

हम कई घंटे बाहर रहते थे।

हम कई खेल खेलते थे।

हम रोज एक दूसरे को देखा करते थे।

हमारे माता-पिता हमें घर आने के लिए कहते।

लेकिन जब सर्दी हुई तो बाहर ठंड हो गई।

हम घर नहीं छोड़ सकते थे लेकिन हम छोड़ना चाहते थे।

हम बाहर नहीं खेल सकते थे लेकिन हम बाहर जाना चाहते थे।

हम एक-दूसरे से नहीं मिल पाए लेकिन हम एक-दूसरे से मिलना चाहते थे।

मैं बहुत दुखी था और मेरा कोई दोस्त नहीं था।

मैं अपने कमरे में कई हफ्तों तक रहा।

मैं अपनी माँ का किसी भी खाना नहीं खाना चाहता था।

सर्दियों के अंत तक, मुझे अपना कमरा पसंद नहीं आया।

बसंत आया और वह फिर गर्म हो गया।

मैं आखिरकार अपने सबसे अच्छे दोस्त को देखने के लिए बाहर गया।

मैंने तुम्हें मुस्कुराते और हंसते देखा लेकिन तुम दूसरे दोस्त के साथ थे।

 

अश्विन

“हॉट चॉकलेट” 

मेरी जुड़वां बहन के लिए 

  

काश हम फिर से घर में होते, 

ताकि मैं देख सकता जब तुम पूरे घर में दौड़ती, 

तुम्हारे छोटे हाथ, मेरी पीठ के पीछे फैले हुए 

और तुम जुलाई में क्रिसमस गाने गाती । 

काश मैं देख पाता जब माता-पिता ने 

तुम्हें बड़े होने के लिए कहा था 

काश मैं तुमसे कह पाता कि कभी बड़ी मत होना। 

  

सब लोग बूढ़े हो जाते है, लेकिन सब लोग बड़े नहीं होते। 

तुमने मुझे यह सिखाया। 

तुम्हारी मुस्कान, चाँद की तरह बड़ी और सफेद, 

और तुम्हारी बड़ी भूरी आँखें, सूरज की तरह चमकीली। 

  

तुम कहती हो कि मेरी कोई भावना नहीं है क्योंकि मैं कभी नहीं रोता । 

यह सच नहीं है, तुम्हारी यादें 

मुझे रुलाती हैं  

जब तुमने मुझे पाँच डॉलर भेजे थे 

और लिखा था 

“इससे हॉट चॉकलेट ख़रीदना”। 

  

शायद तुम बड़ी हो गई हो। 

शायद तुम वह लड़की नहीं हो।

जो हर शनिवार की सुबह मेरे कमरे में दौड़ती थी 

एक काले गोरिल्ला सूट में 

गाना गाते 

और मुझे हिलाते जब तक मैं जाग नहीं जाता । 

  

तो मेरी बहन  

अब और बड़ी मत होना  

हमेशा वो लड़की रहो  जो वोल्डेमॉर्ट से डरती थी 

क्योंकि उसकी एक नाक नहीं थी। 

मुझे कभी नॉक नॉक जोक्स बताना बंद मत करो 

कभी मुझको हॉट चॉकलेट पिलाना 

बंद मत करो ।

इससे मुझे ख़ुशी मिलती है। 

मैंने सीखा कि किसी के प्यार पड़ना कैसा होता है। 

 

अनु

यादें 

एक गाना जो मैं हर दिन सुनती थी 

खो गया है 

और मैं कभी उसे नहीं ढूंढ पाऊँगी 

पहले कुछ दिनों

मैं सिर्फ़ दो तीन शब्द 

भूल गयी

पता नहीं क्या हुआ 

एक दिन मैं उठी तो  

मुझे कुछ नहीं याद था 

यह गाना किसी रेडियो पर नहीं मिलेगा 

क्योंकि उसकी आवाज़ उसके साथ ही मर गई 

उस सुर में हँसी 

स्वर में मिठास 

कमरे में भर देती थी रौनक

लेकिन अब कहीं गुम है 

खामोशी के साथ 

 

 

अनेरी 

छोटी सी ख़ुशी

इस दुनिया के पास हमें नीचे धकेलने का एक तरीका है

यही हम सोचते रहते हैं 

लेकिन छोटी सी  ख़ुशी सब जगह मिलती है

आप ढूंढोंगे तो आप को भी दिख जाएगी। 

दोस्त के गले लगने में

रोशनी कि चमक पेड़ के पत्ते पे गिरने में

खोया हुआ दोस्त 

अनजाने लोग के साथ समानताऎं खोजने में

खाना साथ खाने में

किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने में

एक उदास दिन पर इंद्रधनुष देखने में

जितना दुख इस दुनिया में हमें दिखता है उससे कहीं ज्यादा खुशी भी छिपी हुई है

आप ढूंढोंगे तो आप को भी दिख जाएगी। 

यह छोटी छोटी सी खुशी मिलकर बड़ी हो जाएगी।

 

आर जे (रजित )

रफ्तार

ज़िंदगी की आवाज़। 

एक मिनट में सत्तर बार आती है।

कभी कभी जल्दी। 

कभी कभी धीरे। 

यह है ज़िंदगी की रफ़्तार।

आवाज़ ज़िंदगी में चली आती। 

जब मेरा हाथ ज़मीन को छूता है

ऊर्जा मिलती है

मेरे पैर को।

मेरे दिल को।

मेरे सिर को।

मेरे मन को।

पूरे शरीर से ऊर्जा आती है।

अब आवाज़ मजबूत है।

मैं आवाज़ से घिरा हुआ हूँ।

मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।

मैं मिल जाऊंगा।

ज़िंदगी की रफ्तार में

 तबले की आवाज़ ज़िन्दगी का आवाज़ है।

हर धड़कन के साथ हम जीवन का थोड़ा और आनंद लेते हैं।

 

 

ऋतिक

खूबसूरत दुनिया

सही सवाल 

क्यों ?

क्यों तुम काम बहुत करती हो ?

सुबह जल्दी 

देर रात तक 

क्यों ?

कहाँ से तुम्हें विचार आते हैं ?

क्या पैसे के लिए ?

क्या शोहरत के लिए ?

नहीं नहीं, ये सवाल गलत हैं,तो  

फिर किसके लिए ? 

बैठना 

बगीचे में पेड़ और बेंच है | 

कोई खास और खूबसूरत नहीं

लेकिन मुझे खास लगते हैं 

जब मैं वहाँ बैठता हूँ |

मुझे याद आते हैं |

गर्मी के दिन 

जब मैंने उससे बात की थी

और मैंने सीखा 

कैसी खूबसूरत दुनिया है | 

 

Poem

हिंदी कविताएँ

आरुषि 

 

मेरा दिल कहाँ गया?

क्या अब वह उन चिड़ियों के साथ है?

जो पेड़ों के ऊपर गाते हैं?

क्या यह उन तितलियों के साथ है, 

जो फूलों के पास उड़ते हैं?

क्या यह उन गुलाब के साथ है, 

जो हवा में नाचते हैं?

जब वसंत आता है, 

तब दुनिया के सबसे सुंदर कपड़े पहनते है, 

और सूरज हमें धूप देता है। 

मेरा दिल कहाँ गया?

जब वसंत आता है, 

तुमने मेरा दिल चुरा लिया, 

और मैंने तुम्हारा। 

 

गेशना 

 

 

तुम जैसे दोस्त 

सब को नहीं मिलते 

जो अच्छे या बुरे वक्त में 

हमेशा साथ देते हैं।

 

जो ख़ुशी के समय में 

जश्न मनाए 

और मुश्किल दिनों में 

सहारा दे ।

 

बचपन से हम 

हमेशा साथ है 

और बुढ़ापे तक 

हमेशा साथ रहेंगे ।

 

दूरियों में भी 

तुम मेरे साथ हो 

दिल में मेरे 

तुम हमेशा रहते हो ।

हमारी कहानी शुरू हुई 

बचपन के खिलौने से 

लेकिन अब जुड़ गयी 

हज़ारों सपनों से ।

तुम जैसे दोस्त 

सब को नहीं मिलते 

जो ज़िंदगी भर 

हमेशा साथ देते ।

 

मनीषा 

 

 

अपने पास बीज रखिए,

शायद एक दिन धूप वापस आयेगी।

शायद मौसम बदल जाएगा।

वो चोट के बीज,

जब तक आप अपने साथ रखते,

आशा करते हैं।

लेकिन अगर आप उसे फेंक देते हैं,

तो आप आगे बढ़ेंगे।

फिर आप नया बीज रख सकते हैं।

वो ख़ुशी के बीज,

उनके साथ नए यादों का नया मौसम।

वो बीज आपके साथ बढ़ेगा।

 

ऋतिक 

 

 

आकाश नीला होता है ।

लेकिन तुम्हारे साथ मैं नहीं ।

 

और अक्सर बरसात का दिन उदास होता है।

लेकिन तुम्हारे साथ मैं खुश होता हूँ।

 

तुम गहरी नदी सी हो ।

और मैं रेत सा हूँ ।

 

तुम सुन्दर सूरज सी  हो ।

और मैं अंधेरी रात सा हूँ  ।

 

मेरी प्यारी दोस्त, 

कहाँ हो तुम ?

याद करो।।

इस दुनिया में अकेली तुम नहीं ।

तुम्हारी याद साथ हैं।  

 

 

 

सहाना

 

 

इस साल 

दुनिया और गर्म हो गई। 

और चिड़िया मर गईं  

और पौधे मर गए।

ज़िंदगी और ख़राब हो गई  

जो हम देख नहीं सकते।

हमारे लिए भी 

वह भी जल्दी खराब हो जाएगा।  

जब तक हम सब कुछ नहीं करेंगे 

एक साथ दुनिया के लिए। 

 

 

 

रोहित 

 

 

एक दूसरे के लिए आए

हम इस दुनिया में।

आपकी इंतज़ार  में 

ढूँढा एक हज़ार साल पुराना प्यार ।

 

 

हर बार आप पास आयीं 

मेरे दिल में एक गाना बजा ।

एक गीत के दो गायक।

प्यार करने के लायक़

 

 

सारे दिन सिर्फ़ आपको सोचता हूँ ।

आप के बिना सारी रात मैं जागता हूँ

आँखों के नीचे तुम देख सकती हो

लेकिन आँखें से सिर्फ़ आपको देखता हूँ

 

 

 

आपकी शक्ल मेरे दिमाग़ में घूमती है

आप है एक सपना इतना सुंदर ।

सोना चाहता हूँ, मुझे मत उठाओ 

आपके बिना होने से बचाओ।

 

 

 

वरुण 

 

 

तुमसे मिलने से पहले,

इसका नाम मालूम न था।

मेरी जिंदगी में तुम्हारे आने से पहले,

सब गुमसुम था।

तुम्हारी तारे जैसी आंखें देख कर,

एक ही नज़र से सब समझ गया,

इसी को कहते हैं मोहब्बत।

 

 

यशा 

 

 

मेरे माँ बाप जैसा कोई नहीं है।

जब मैं ख़ुश हूँ

या मैं उदास हूँ

वे हमेशा मेरे साथ हैं। 

वे फूलो की तरह हैं। 

हर फूल अलग अलग रंग का है 

लेकिन साथ साथ एक जैसा दिखता है।

ये है मेरे माँ बाप।

मेरा सब कुछ।

 

 

किरन 

 

 

घर कहाँ है?

मेरे माँ-बाप नहीं यहाँ है।

घर उनके साथ था।

लेकिन मैं खुश हूँ।

हाँ, मेरे दोस्त,

ये सब मेरे साथ रहते हैं।

मैं अक्सर उनको देखता हूँ ।

 

घर क्या है?

मैं सोचता हूँ कि  घर 

के साथ दोस्त हैं।

ड्यूक घर है।

ड्यूक में मैं रहता हूँ।

ड्यूक में मेरे दोस्त रहते हैं।

मैं बहुत खुश यहाँ हूँ ।

 

 

तेजस 

 

 

प्यार एक यात्रा है । 

यात्रा बहुत लंबी हैं । 

अगर सब लोग खुश होते 

तो उत्साह कहाँ होता ? 

रोना खराब नहीं है । 

वे हमारी मदद करते हैं । 

हमारे अपने मतभेद हैं । 

लेकिन वे हमको पास लाते हैं । 

अपनी आँखें बंद करो । 

प्यार हो जाएगा । 

 

 

अनेरी 

जब मैं माँ बनूँगी। 

 

दुनिया डरावनी है ।

लेकिन जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को बताऊंगी कि जब बारिश होती है,

रेन बूट्स पहन कर बारिश में नाचो और पडल्स में कूदो ।

लेकिन एक गर्म कप चाय के साथ अंदर भी रह सकते हो और तूफ़ान के गुज़रने का इंतज़ार कर सकते हो ।

 

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को सिखाऊंगी कि उनके दिमाग कितने सक्षम हैं ।

तो जब वे बडे होंगे, वे जानेंगे कि कोई संख्या उन्हें परिभाषित नहीं कर सकती।

 

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे के लिए कई किताबें पढ़ूँगी ।

तो वे सबके साथ दया का व्यवहार करेंगे, क्योंकि वे जानेंगे कि हर किसी की अपनी कहानी होती है। 

 

जब मैं माँ बनूँगी,

मैं अपने बच्चे को दिखाऊंगी कि बहुत कुछ हैं जो हम नहीं जानते हैं, 

जैसे दूर आकाश-गंगाओं के बारे में और हमारे अपने शरीर के बारे में । 

तो वे मानेंगे कि सीखना कभी समाप्त नहीं होता ।

 

दुनिया डरावनी है ।

लेकिन जब मैं माँ बनूँगी,

मैं आशा करती हूँ कि मेरे बच्चे दुनिया कि सुंदरता देख सकेंगे जैसे मेरे मम्मी-पापा ने मुझे दिखाया ।

 

श्री 

 

 

हमने दुनिया खराब कर दी है । 

मौसम ज़्यादा गरम हो गया है। 

हर जगह कचरा बिखर गया है। 

पानी में कचरा है भर गया है। 

जानवर मर गए हैं। 

लाइट बंद करो जब जरूरत नहीं है । 

जानवरों को मत मारो 

जानवरों को मत खाओ । 

जमीन से कचरा उठाओ । 

बहुत देर तक मत नहाओ । 

अगर तुम घर नहीं हो तो एसी को बंद करो । 

अपने दोस्तों से बात करो 

उनको जगाओ

दुनिया की मदद करो । 

 

साहिल 

 

 

दोस्त, अखबार, मुँह पर मास्क

सब बोलते हैं कि हमारा विश्व खत्म हो रहा है

आजकल हमारे अनुभव में उदासी और अकेलापन है।

लेकिन जब मैंने खिड़की से देखा

पेड़ होते हैं, चिड़ियाँ होती हैं

सूरज होता है

पिछले बार के समान

अगर असल में विश्व खत्म होगा

तो मैं उसको खिड़की से देखूँगा

अब तक मैं उसी का इंतज़ार कर रहा हूँ

 

धनशील 

 

 

आसमान नीला है 

पेड़ हरा और बड़ा है। 

गुलाब छोटा और लाल है 

और मेरा दिल बड़ा है। 

तुम सुन्दर हो 

तुम अच्छी हो। 

तुम मुझे खुशी दो 

तुम मुझे जीवन दो। 

 

ख़ुशहाल दुनिया में 

मेरे साथ आओ।

साथ में चलो 

हम खुश होएं। 

 

मिहिर 

 

 

घास हरी है 

और फ़ूल रंगीन हैं

लेकिन आकाश भारी है 

और दुनिया ख़ाली है।

 

मेरा पेट भरा है 

और तबीयत अच्छी है 

लेकिन मेरा सिर भारी है 

और मेरा दिल ख़ाली है।

 

सपने गये। 

तू भी गयी।

लेकिन फिर भी तेरी याद खड़ी है 

और मेरी ज़िंदगी ख़ाली है।

 

समाया 

 

 

लोग हमेशा एक दूसरे को दर्द देते हैं। 

यह वही है जो हमें इंसान बनाता है।

लेकिन कुत्ते, कुत्ते तब तक बुरे नहीं होते 

जब तक इंसान उन्हें इस तरह से नहीं बनाते।

जब हम दुखी होते हैं तो वे हमें आराम देते हैं।

जब हम खुश होते हैं तो वे हमें खुशी देते हैं।

कुत्ते एक आदमी के सबसे अच्छे दोस्त हैं।

 

उनका बिना शर्त प्यार बेमिसाल है।

जब इंसान प्यार से अंदर-बाहर होता है, कुत्ते हमेशा से हैं।

उनकी निरंतर खुशी इतनी अच्छी है।

जब इंसान दुखी हैं, कुत्ते हमेशा से हैं।

 

कभी-कभी मुझे लगता है कि

हम कुत्तों के लायक नहीं हैं।

कभी-कभी मैं सोचता हूं कि

हम कुत्ते ही क्यों पालते हैं?

क्या यह हमारा स्वार्थ है?

शायद एक दिन, कुत्ते मुक्त होंगे।

 

रजित 

 

 

हम घर पर हैं। 

हम मेहमान नहीं हैं।  

हम सोते हैं। 

हम उठते हैं। 

हम रोते हैं। 

हम मज़ा करते हैं। 

हम प्यार करते हैं। 

हम परिवार के लिए काम करते हैं। 

हम सब अमेरिकन हैं। 

हम सब एक ही हैं। 

लड़ना मत। 

मारना मत। 

हम सब एक बड़ा परिवार हैं। 

दूसरों को प्यार कीजिए। 

जब हम साथ होते हैं, तो ख़ुशी मिलती हैं। 

 

प्रथमेश 

 

 

 

हमें न्याय चाहिए।

आपको न्याय चाहिए।

भेदभाव करना नहीं है।

लड़ना सही नहीं है।

जॉर्ज फ़्लॉड।

और बरेओन्ना टेलर।

बदलाव की ज़रूरत है।

पूरी दुनिया में।

जुल्म नहीं।

सिर्फ़ प्यार की ज़रूरत है।

भविष्य में, हमें यह अधिकार देना चाहिए।

अब हम शुरू करते हैं।

 

हर्ष 

 

 

मेरे कुत्ता का नाम जग्गू है |

वह बहुत सुंदर है |

आजकल मैं उसे नहीं देखता |

लेकिन मैं अभी-भी उसके बारे में लिखता हूँ |

वह काला और सफ़ेद है |

लेकिन कभी-कभी वह भूरा होता है |

वह मुझपर बहुत गुस्सा करता है |

लेकिन वह अभी खुशी भी लाता है |

कभी-कभी मुझे उससे नफ़रत होती है |

लेकिन वह हमेशा मेरा दोस्त है |

जग्गू बुरा हो सकता है |

लेकिन मैं हमेशा उसी से प्यार करता रहूँगा |

 

 

पिप्पा 

 

 

 

बहुत चीज़ें दुनिया में 

जिंदा ही नहीं हैं

जैसे धूप ढूंढना मुश्किल है।

लेकिन हवा में कुछ नहीं है।

यह कुछ नहीं होना हलका है।

भरो खालीपन 

दिल के साथ 

खट्टे मीठे  विचारों से ।

 

रचिता

 

 

हर दिन क्लास में आपसे मिलती हूँ ।

ज़ूम में भी आपकी आँखें बहुत सुन्दर  हैं  

आपकी आँखें मेरा स्वर्ग है ।

आप घर मेरा घर है  ।

मैंने आपको अपना दिल दिया ।

मैंने आपको अपना प्रेम दिया ।

लेकिन आपने मेरी भक्ति नहीं समझी ।

अब में खुद को नहीं जानती ।

आइने में लड़की कौन है ?

अगर आपने मुझमें खुद को देखा , 

तो आप मुझसे पूछते “तू कैसी है ?”  

लेकिन तुम नहीं जान पाए।

मुझे नहीं लगता।

 

 

किन्डल 

 

 

प्रेम रोता है भोर में 

प्रेम बोलता है दिन-भर 

प्रेम हँसता है शाम को 

प्रेम कभी नहीं सोता 

 

वे कहते हैं चीज़ें

कि हम सुनना चाहिए 

हम उसके रोने की  उपेक्षा करते हैं 

हम उसके सपने की उपेक्षा करते हैं 

 

हम झूठे वादे करते हैं और प्रेम में विश्वास करते हैं। 

क्योंकि प्रेम रोया भोर में 

और बोला दिन-भर 

और हँसा शाम को 

वह हमारे वादों के लिए प्रतीक्षा करता है 

तो प्रेम कभी नहीं सोता  

हम विफल हो सकते हैं एक सौ बार 

और प्रेम फिर भी प्रतीक्षा करता है, 

पूरे समय प्रतीक्षा करता