माध्यमिक हिंदी के विद्यार्थी
डयूक विश्वविद्यालय
नॉर्थ कैरोलाइना
Spandan Goel (स्पन्दन गोयल)
भारत मेरी नज़र में बड़ा परिवार है घर में रोटी सब्ज़ी बनाना नाना नानी के साथ मॉल जाना और नए लहंगे की खरीदारी करना भाई बहनों के साथ बॉलीवुड की फ़िल्में देखना और बाहर से पानी पूरी और आलू टिक्की लाना दिवाली पर पटाखे जलाना फैंसी कपड़े और गहने पहनना परिवार के साथ मिठाइयाँ बनाना और पड़ोसियों के साथ मिल बांट कर खाना भगवान की मूर्तियों की पूजा करना और घर को दीयों से सजाना भारत मेरी नज़र में सुंदरता का प्रमाण है और दोस्तों और परिवार के साथ ख़ुशी है |
Amal Gupta (अमल गुप्ता)
क्या कारण है, भारत वापस जाने के लिए? जब हवाई-जहाज़ दिल्ली के ऊपर उड़ता और में शहर की सुनहरी रोशनी देख सकती? या जब में फ़्लैट की खिड़की के बाहर सब पड़ोसियों के कपड़े, लाल या पीला या नीला, हवा मैं उड़ते हुए देख सकती? या जब मेरे मामा का अलग-अलग तरह की पौधों के ख़ुशबू, सुखद और मीठी, में सूंघ सकती? जितना मुझे इस सब से प्यार है, में वापस जाती हूँ चाय के लिए, चाय जो मेरी दादी बनाती हैं, चाय जो वह अख़बार के साथ पीली ट्रे पर लाती हैं, और पूरा परिवार एक बिस्तर पर एक साथ बैठता हैं, वह पीली ट्रे के आसपास, चाय पीने के लिए। लेकिन में अभी दूसरा कारण ढूँढना पड़ेगा, शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, गाड़ी में, दिल्ली के रास्ते चलते-चलते, शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, खिड़की के बाहर, चिड़ियों के गीत सुनते-सुनते, शायद मैं ढूँढ सकती हूँ, पूरा दिल्ली में, पूरे भारत में, लेकिन मुझे दादी की चाय, पीली ट्रे पर, फिर से कभी नहीं मिल सकती
Anisha Reddy (अनीशा रेड्डी) मेरे शहर के बारे में एक शब्द सोचती हूँ: रंग । यहाँ, वहाँ, हर जगह रंग हैं । सब्जीवाले की दुकान में हरा, सहेलियों की साड़ियों में लाल और नीला, लोगों की खिड़कियों में पीला। रात में और भी रंग देखने चाहते है। इमारत से रोशनी और बाज़ार में चीजें चमकती हैं। लेकिन रंग सिर्फ़ देखने के लिए नहीं हैं। सुनने के लिए भी रंग होता है। मंदिर से भजन , मस्जिद से अज़ान । रिक्शे की घंटियाँ, चिड़ियों के कलरव। शहर का रंग सुनने में संगीत जैसा होता है। और ख़ुशबू में भी रंग होता है। पुराने शहर में बिरयानी, फूलवाली गली में चमेली। अगर हवा चलती तो खूशबू आती । एक अनोखा समाँ बनाती। हैदराबाद का रंग सबसे अलग है। |
Sahil Malhotra (साहिल मल्होत्रा)
छोटी सी ख़ुशी
भारत एक दीवाना देश है – भिन्न खाना, लोग, और भाषाओं की खिचड़ी का। शायद मैं पंजाब जाऊँ और पनीर मखनी खाऊँ या केरला देखूँ और दोसा-सांभर इडली खाऊँ। मेरे दादा-दादी ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली में हैं जब मैं दिल्ली जाऊँ अपने दादा-दादी से पूँछूँ कहाँ जाऊँ? क्या करूँ? क्या खाऊँ? उनके तजुर्बे से कुछ नया सीखूँ। जब मैं छोटा था और मैं उनसे कहता था “चलो पार्क चलें, थोड़ा घूमें।” तब हम रोज़ पार्क जाते थे अब मेरी उम्र थोड़ी बड़ी है, और मेरे दादा-दादी की भी। मैं उनके साथ ट्रेन से अमृतसर या केरला या पुरानी दिल्ली जाता हूँ लेकिन धीरे धीरे यह नहीं हो पाएगा। क्योंकि दादी के दिल में पेसमेकर है दादा अस्सी साल के हो गए। अभी मेरी आशा है कि अगर हम सब साथ में पार्क जा पाएँ। हमारी छोटी सी ख़ुशी। |
Ayush Gaur (आयुष गौर)
भारत की कहानी
इतने सारे रंग और रौनक़। लेकिन साथ नहीं- गरीब हैं, अमीर हैं। बीच में एक बड़ी दीवार है। इसे भरने के लिए सबको एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। दूसरों को पैसा देना चाहिए। दूसरों को ख़ुशियाँ देनी चाहिए। सभी के साथ दिवाली मनानी चाहिए। सभी के साथ क्रिसमस और ईद मनानी चाहिए। एक दूसरे को मिठाई और तोहफ़े देने चाहिए। तुम चाहे उनका नाम ना जानते हो। तुम चाहे उनका काम ना जानते हो। सड़कों पर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाओ । यह हमें मिलकर करना होगा। सबको मौक़ा दो। पुराने को बदलो। शायद गुलाब जामुन मदद करे। यह सबको पसंद है। सबका एक साथ हाथ पकड़ें। जो कभी ना छूटे फ़ेविकोल का जोड़। और मुस्कान के साथ आगे बढ़ें। |
Pranay Jain (भारत बहुत मजेदार है)
भा – भारत सबसे अच्छा देश है. र – रात में भारत ज़िंदा दिल है त – ताज महल वहां भारत में है ब – बहुत लोग महनती होते है ह – हर दिन सुंदर है उ – उदास, मैं कभी नहीं हूँ जब मैं भारत में हूँ त – ताज़ा खाना हर जगह है म – मुंबई, भारत का जुवल है जे – जेवर सबसे अच्छा है भारत में दा – दाल चावल बहुत स्वाद है भारत में र – रौनक़ हर दिन और हर जगह है औ – औरत और पुरुषं भारत से प्यार करते है र – रोज़ एक महान सूरज आता है सु – सुंदर समुद्र तट गोवा में है द – देखने के लिए , बहुत फिल्में है र – रंगों से खेलते है होली में है |
Nitisha Gautam
भारत परिवार है उत्तर भारत मेरे लिए घर जैसा है | मैं भारत में नोएडा और आगरा की निवासी हूं | मेरे लिए, भारत मुझे मेरी नानी, नाना, दादी और बाबा जी की याद दिलाता है | मुझे उनका ताजा खाना खाने की याद दिलाता है | मुझे उस बंदर की याद दिलाता है जो मेरी नानी के घर के बाहर रहता है | मुझे रिक्शा में ताजमहल पहुंचने की याद दिलाता है | मुझे लोगों की भीड़ के माध्यम से धकेलने की याद दिलाता है | मुझे मेरी नानी के पिछवाड़े में फूल लगाने की याद दिलाता है | मुझे टैक्सी कैब में डरने की याद दिलाता है | |
Divya Nataraj (दिव्या नटराज)
मेरी नज़र में भारत परिवार है। परिवार से मिलना, साथ में खाना खाना, और एक ही कमरे में सोना। मेरी नज़र में भारत संस्कृति है। मंदिर में पूजा करना, अलग अलग त्योहार मनाना, और बहनों के साथ साड़ी पहनना। मेरी नज़र में भारत कला है। अलग-अलग भाषाओं की फ़िल्में, कर्नाटिक, हिंदुस्तानी, और रबिंदर संगीत, भरतनात्यम, कथक, और ओडिसी नृत्य । मेरी नज़र में भारत लोग हैं। घर के बाहर दुकानदार, धोबी, ऑटोवाला, फलवालाऔर बस ड्राइवर, रास्ते में सब्जीवाला, रंगबिरंगे फूलवाला, और सड़क किनारे गर्मागर्म चाय बेचता MBA चायवाला। मेरी नज़र में भारत अलग-अलग वास्तुकलाएँ हैं। दुकानों के ऊपर छोटे मकानों की कई परतें नयी ऊँची शीशमहल सी इमारतें दफ़्तर के लिए, राजा-रानी के पुराने महल। मेरी नज़र में भारत सब है। |
Sabina Taneja (सबीना तनेजा)मेरी नज़र में
भारत ज़िंदा दिल है विभिन्न रंगों, खानों, और गीतों का संगम पर मुझे पसंद नृत्य है नृत्य एक कला है एक अभिव्यक्ति है जब मैं नृत्य करती हूँ मैं दिखाती हूँ कि मैं कौन हूँ नृत्य की भंगिमाओं के जरिए।
नृत्य मुझे एक मौक़ा देता आज़ाद होने का अपने आप से मिलने का। |
Sanjana Jha (संजना झा)
भोजन दुनिया को एक साथ लाता है। गरम मसाला आत्मा को प्रसन्न करता है। भोजन दुनिया को एक साथ लाता है। मसाले दुनिया के रसोई में स्वाद देता है। टमाटर ने भारत को रंग दिया। भारत खुश है। हमारा खाना सबसे अच्छा है। भारत का स्वाद मीठा होता है। भोजन की गंध हवा में है। बाहर स्वादिष्ट है। बाहर खुश है। बाहर जीवन है। भारत रंगीन है। भारत सुंदर है। भारत में सबसे अच्छा खाना है। |
Nirvan Silswal (निर्वाण सिलस्वाल)
रंग कुछ चीजों का प्रतीक है । जैसे शक्ति का प्रतीक सोना । वैभवता का प्रतीक बैंगनी बल का प्रतीक काला । शुद्धता के साथ सफ़ेद । नियंत्रण के लिए नीला । युद्ध के लिए लाल । और ग़रीबी के लिए धूमिल सा स्लेटी । ये रंग लोगों के भावों के बारे में बताता है। लेकिन भारत में हर जगह हर रंग हैं। शादियाँ शानदार रंगों से भरी होती हैं । चमकीले संतरी और सोने जैसे पीले गेंदे के फूल शादी की जान हैं। होली में सारे रंग मिल जाते हैं । और बनाते हैं एक इंद्रधनुष। और दुनिया भारत के रंग देखती है और उसे भारत से प्यार हो जाता है। |
Rohit Jain (रोहित जैन)
नीली लाल गुलाबी चिंगारी मनमोहक आसमान सपनों सा हो जाता ऊपर मेला सा नीचे धुआँ धुआँ और ख़ासी ख़ासी बच्चे दौड़ते उधर उधर कानों में बस पटाखे सुनते रॉकेट, अनार मिनटों में जलते आकाश में उड़ते और सितारों से बनते लेकिन वापिस ज़मीन पर आते और कूड़ा और प्रदूषण करते बच्चों को कुछ मज़ा आता लेकिन प्रदूषण और बढ़ जाता नाना-नानी के घर जाओ और मिठाइयाँ खूब खाओ। यही यह असली दिवाली।
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Anushka Goel (अनुष्का गोयल)
हर इंसान दूसरे से अलग हर शख्स में छुपी कोई दिलचस्प कहानी जितने रंगीन लोग, उतनी रंगीन संस्कृति ज़िन्दगी के हर एक हिस्से में जहां मिले ज़िन्दगी, वह है भारत मसालों के रंगों में, गानों के सुरों में, गाँव के खेतों में और शहर की भीड़ में भारत सिर्फ एक जगह नहीं है, एक धड़कन है जो उसकी हर नदी, हर गली, हर बच्चे और हर बच्ची में धड़कता है। |